ग्रामीणों का हाल जानने चेक डेम के पिल्लरों के सहारे पहुंचे विधायक
डेम पारा की समस्याओं को दूर करने प्रशासन से मदद लेने की कही बात

गरियाबंद। बरसाती नाला के पास मौजूद खेती जमीन पर लोग वर्षों पहले बसे थे. चेक डेम के पार बसाहट होने की वजह से नाम डेम पारा पड़ा था. आवाजाही की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं होने की वजह से ग्रामीण बरसात में चेक डेम के पिल्लरों से कूद कर आवाजाही करते हैं. ऐसे में ग्रामीणों का हाल जानने डेम पारा पहुंचे विधायक जनक ध्रुव को भी पिल्लरों का सहारा लेना पड़ा. स्थिति को देखने के बाद उन्होंने प्रशासन के साथ मिलकर स्थाई समाधान निकालने का आश्वासन दिया है. दरअसल, मुहल्ले वासी बरसात के दिनों में चेक डेम के 10 फिट ऊंची पिल्लरों के जरिए आना-जाना करते हैं. स्कूली बच्चे हो या बुजुर्ग, नाले में पानी बहाव तेज हुआ तो उन्हें चेक डेम के पिल्लरों में जंप लगाना ही पड़ता है. बीते दिनों जंप कर स्कूल और मुख्यालय पहुंचे छात्र और ग्रामीण अपनी आवाजाही की समस्या को लेकर स्थानीय विधायक जनक ध्रुव के पास पहुंचे. समस्या से अवगत होने के बाद विधायक पहले तो प्रशासनिक अमला को मौका निरीक्षण करने भेजा. फिट दूसरे दिन खुद पिल्लरों में जंप करते डेम पारा पहुंचे. चेक डेम में फंसी झाड़ियों को भी विधायक हटाते दिखे, ताकि स्कूल आवाजाही करने वाले बच्चे आ जा सकें.