जन सुनवाई के दौरान समाजसेवी को धमकी का मामला: SDM ने घटना से किया इनकार
लिखित में जारी किया खंडन

मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में जन सुनवाई के दौरान एसडीएम (SDM) के द्वारा समाजसेवी को दी गई कथित धमकी मामले में लिखित में (खंडन) बयान सामने आया है। SDM ने खंडन पत्र में लिखा है कि जनसुनवाई में विवाद उत्पन्न कर रहे थे तो मेरे द्वारा शक्ति से बर्ताव किया गया, क्योंकि मैं जिम्मेदार अधिकारी हूं मुझे सबकी समस्या सुननी है। यह घटना उत्पन्न करने षडयंत्रपूर्वक तैयारी के साथ भूपेंद्र चतुर्वेदी आए थे। घटना के बाद अन्य विभागों के अधिकारी भी भयभीत हैं। रामपुर थाने में समाजसेवी के खिलाफ कई मामले दर्ज होना बताया गया जिनकी भी जानकारी निकलवा रहे हैं। मेरी छवि धूमिल करने के लिए इनके द्वारा इस तरीके का कृत्य किया गया है। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया द्वारा मुझे गलत तरीके से दिखाया गया है। दरअसल बीते मंगलवार को सबलगढ़ तहसील में पदस्थ एसडीएम अरविंद्र माहौर ने समाजसेवी के साथ बदतमीजी की थी। क्षेत्र के युवाओं के ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आए समाजसेवी को एसडीएम ने धमकी दी थी। एसडीएम ने कहा था ‘जाते हो कि थप्पड़ मारूं…’। इस घटना से नाराज समाज सेवी ने एसडीएम कार्यालय प्रांगण में ही धरने पर बैठ गए थे। मीडिया में खबरें दिखाए जाने के बाद एसडीएम ने लिखित में खंडन जारी किया।