
नई दिल्ली . साइबर सेल ने चीनी लोन ऐप से जबरन वसूली करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मधु विहार में छापेमारी कर 30 लोगों को पकड़ा. इसमें कॉल सेंटर मालिक, उसके दो सहयोगी और 27 टेलिकॉलर कर्मचारी हैं. पुलिस ने कॉल सेंटर से 22 लैपटॉप, 20 डेस्कटॉप, एक सीपीयू, 55 मोबाइल, दो वाइफाई राउटर, एक नोट गिनने की मशीन, 40 हजार रुपये और 21 हार्डडिस्क बरामद की हैं.
आरोपी हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की जबरन वसूली कर चुके हैं. प्राथमिक जांच में पता चला कि आरोपी अपना और कॉल सेंटर का खर्च निकालने के बाद बाकी रुपये चीन भेज देते थे. पूर्वी जिले की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि 30 मार्च को जिले के साइबर थाना पुलिस को मधु विहार में चीनी लोन ऐप से जबरन वसूली करने वाले कॉल सेंटर की सूचना मिली थी. पुलिस वहां पहुंची और मकान में छापेमारी कर 28 लोगों को पकड़ लिया.
इमारत में छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर का मालिक अनिल मदान, एक मैनेजर, दो टीम लीडर के अलावा 24 टेलिकॉलर थे. आरोपी प्रतिबंधित चीनी लोन एप्लिकेशन के जरिये को लोन देकर उनसे अधिक रुपये की जबरन वसूली कर रहे थे. बाद में पुलिस ने संदीप और विशाल को उत्तम नगर इलाके से पकड़ा. पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
पीड़ित को निजी जानकारी देनी पड़ती थी आरोपी अनिल मदान ने बताया कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब पर चीनी लोन ऐप का विज्ञापन दिया गया है. जिस पर बिनी किसी गारंटी और कागजात के आसानी से 10-15 हजार तक लोन दिया जाता है. लोन को 15 दिन में लौटाने की बात कही जाती है. ऐसे में जो लोग लोन लेने के लिए तैयार हो जाते हैं, उनसे ऐप एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है.
ऐप शुरू करने के लिए उसे फोटो गैलरी, कांटेक्ट लिस्ट और फोन का दूसरा डाटा प्राप्त करने की अनुमति मांगी जाती है. बिना अनुमति दिए आगे नहीं बढ़ सकते. अनुमति देते ही खाते में रकम आ जाती है. इसके बाद आरोपी पीड़ित की फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उसे ब्लैकमेल करते और उससे रुपये वसूलते थे.
12वीं पास है कॉल सेंटर चलाने वाला सरगना
कॉल सेंटर का मालिक अनिल मदान गीता कॉलोनी में रहता है और पिछले करीब एक साल से मधु विहार में कॉल सेंटर चला रहा था. वह 12वीं पास है. वहीं, संदीप परिवार के साथ उत्तम नगर में रहता है. वह भी 12वीं कक्षा पास है. विशाल उत्तम नगर में रहता है. वह चीनी लोन ऐप के जरिए ब्लैकमेल कर लोगों से अधिक रुपये कमा रहे थे. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि इनके संपर्क चीन में कहां-कहां पर हैं.