
नई दिल्ली. पेशाब कांड के बाद विमानन कंपनी एअर इंडिया ने लिकर पॉलिसी को तीन अलग-अलग कलर में बांटा है. इसमें लाल, पीला और हरा रंग शामिल है. हरा रंग का मतलब फ्लाइट में सवार पैसेंजर एकदम नॉर्मल है. अच्छे से बातचीत कर रहा है. फ्लाइट के क्रू मेंबर्स से सही तरीके से पेश आ रहा है और उसे शराब पेश की जा सकती है. पीले रंग का मतलब, यात्री थोड़ा शराब के नशे में है. क्रू से अच्छे से बात नहीं कर रहा है. आखें हल्की लाल हो चुकी है. क्रू मेंबर्स उसे समझाएंगे की और अधिक शराब का सेवन फ्लाइट में ना करे.
एअर इंडिया ने अपनी यात्रा को और बेहतर बनाने एंव सुरक्षित बनाने के लिए फ्लाइट के दौरान यात्रियों को शराब परोशने की पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है. एअर इंडिया ने बयान जारी कर कहा है अब वो शराब को तीन केटेगरी में रखा जाएगा. पहला हरा, दूसरा पीला वही तीसरा लाल होगा.
हरा रंग
इस केटेगरी का मतलब यात्री केबिन क्रू से अच्छे से बात कर रहा है. आंखे एकदम नॉर्मल है. किसी से कोई बतमीजी से बात नहीं कर रहा है. इस स्थिति में यात्री को केबिन क्रू के द्वारा शराब दिया जा सकता है.
पीला रंग
इस स्थिति में यात्री की आंखे लाल हो गई है, केबिन क्रू के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा है. इस स्थिति में क्रू मेंबर यात्री को समझाने की कोशिश करेगी और स्थिति को काबू में करने की कोशिश करेगी. और शराब न पीने का रिक्वेस्ट करेगी.
लाल रंग
इस केटेगरी का मतलब यात्री पुरी तरह से नशे में है केबिन क्रू और लोगों से सही से बातचीत नहीं कर रहा है. वही नशे में चल नहीं पा रहा है. इस स्थिति में उस यात्री को शराब परोसा नहीं जायेगा.
एअर इंडिया ने जानकारी देते हुए कहा कि उसने यूएस नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन से प्राप्त जानकारी और दूसरे विमान कंपनियों के द्वारा जुटाए गये जानकारी के आधार पर यह पॉलिसी बनाया है.
एअर इंडिया ने बयान जारी करते हुए कहा कि उड़ान के दौरान शराब सुरक्षित ढंग से परोसी जाएगी, यात्रियों को दोबारा शराब परोसने से मना करने के लिए समझदारी से काम लिया जाएगा. बता दें कि एअर इंडिया पेशाब कांड के बाद से ही टाटा ग्रुप की इस एयरलाइन की नीतियों को लेकर सवाल उठने लगे थे. खासकर विमान में यात्रियों को दी जाने वाली शराब को लेकर एयरलाइन की नीति सवालों के घेरे में थी. एअर इंडिया के सीईओ ने खुद कहा था कि वे एयरलाइन की शराब नीति की समीक्षा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि इस मामले को स्टाफ को बेहतर ढंग से संभालना चाहिए था.