अडानी ग्रुप को बाजार में राहत , पर विपक्ष अड़ा, सरकार बोली- सब ठीक

नई दिल्ली. लोकसभा में शुक्रवार को भी कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडानी समूह से जुड़े मामले को लेकर भारी हंगामा किया. विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.
इस बीच, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अडानी को लेकर उठा विवाद निवेशकों के भरोसे पर असर नहीं डालेगा. उन्होंने यह भी कहा कि एसबीआई और एलआईसी पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
संसद में नहीं हुआ काम शुक्रवार को संसद में विपक्षी सदस्य अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और उससे संबंधित घटनाक्रम पर जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे.
सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया. कुछ सदस्यों ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न भी पूछे. इस बीच विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी जारी रही.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार संसदीय दायरे में हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन पहले राष्ट्रपति को धन्यवाद देने का काम पूरा करना होगा.
रिजर्व बैंक ने कहा, बैंकिंग क्षेत्र मजबूत और स्थिर संकट में फंसे अडानी समूह को बैंकों के कर्ज को लेकर चिंता के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत और स्थिर है. केंद्रीय बैंक ने साथ ही यह भी कहा कि वह ऋणदाताओं पर लगातार नजर बनाए हुए है. आरबीआई ने बयान में कहा कि एक व्यावसायिक समूह को भारतीय बैंकों के कर्ज के बारे में चिंता जताने वाली मीडिया रिपोर्टों को संज्ञान में लेते हुए वह लगातार बैंकिंग क्षेत्र की निगरानी कर रहा है. हालांकि, आरबीआई ने अडानी समूह का नाम नहीं लिया.
अडानी समूह में सीमित निवेश वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा कि एसबीआई और एलआईसी ने अडानी समूह के शेयरों में जरूरत से ज्यादा निवेश नहीं किया है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कर्ज देने वाले संस्थान अपना पक्ष रख चुके हैं और कह रहे हैं कि उनका कर्ज सीमित दायरे में दिया गया है और इस निवेश से उनको अब तक कोई घाटा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत अच्छी तरह शासित देश और बेहद अच्छी तरह विनियमित बाजार बना रहा है. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि निवेशकों का जो विश्वास पहले था वो बना रहेगा.
किसी एक घटना से किसी बात का अंदाजा लगाना गलत होगा. भारतीय बैंकिंग सेक्टर अभी काफी मजबूत स्थिति में है. एलआईसी और एसबीआई के शीर्ष अधिकारियों ने खुद आगे आकर कहा है कि दोनों फायदे में हैं और जो भी सौदा हुआ वह तय दायरे के भीतर हुआ है.
-निर्मला सीतारमण, वित्तमंत्री