
नई दिल्ली . यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने भारत से दवाओं, चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय सहायता का आग्रह किया है. साथ ही भारत के साथ मजबूत और करीबी संबंध बनाने की इच्छा से अवगत कराया है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत दौरे पर आईं यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा. लेखी और जापारोवा की बैठक के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा, आपसी हितों से जुड़े विविध द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में आर्थिक, रक्षा, मानवीय सहायता, आपसी हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों सहित द्विपक्षीय एजेंडा शामिल रहा.
भारतीय कंपनियों के लिए मौके विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ बैठक के दौरान जापारोवा ने प्रस्ताव किया कि यूक्रेन में आधारभूत ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए मौका हो सकता है.
पाकिस्तान से पुराने संबंध यूक्रेनी मंत्री ने कहा, पाकिस्तान के साथ यूक्रेन के संबंध भारत के हितों के खिलाफ नहीं हैं. इस्लामाबाद के साथ यूक्रेन के सैन्य संबंध 90 के दशक में शुरू हुए थे. यह अभी नया बना संबंध नहीं है और न भारत के खिलाफ जाने के लिए बनाया गया संबंध है.
डोभाल के दौरे की उम्मीद जापारोवा ने उम्मीद जताई कि एनएसए अजीत डोभाल जल्द कीव का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा, हम एक युद्ध का सामना कर रहे हैं. मेरी भारत की यह यात्रा गहरी दोस्ती की निशानी है.
जी-20 बैठक में युद्ध का मुद्दा उठाने की अपील
जापारोवा ने भारत को विश्वगुरु बताते हुए कहा कि अगर भारत चाहे तो रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने में बड़ी भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा, भारत यूक्रेन में चल रहे संकट को सबके सामने उठा सकता है. इसके लिए वह सितंबर में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के अधिकारियों को आमंत्रित कर सकता है.