मनीष सिसोदिया ने पहलवानों के समर्थन में जेल से लिखी चिट्ठी

नई दिल्ली . आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जेल से शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री से जंतर-मंतर पर धरना दे रहीं पहलवान बेटियों को न्याय देने की मांग की है. मनीष सिसोदिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री इस प्रकरण से ऐसे अपना मुंह मोड़े हुए हैं, जैसे ये बेटियां पाकिस्तान से आई हुई हैं.
उन्होंने लिखा, ‘राजनीतिक मतभेद अलग हो सकते हैं, लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली इन बेटियों को न्याय दीजिए. अगर इन बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा तो फिर देश में कोई शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं कर सकेगा.’ सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि अखबार में प्रकाशित हो रही खबरों से पता चल रहा है कि देश का गौरव बढ़ाने वाली बेटियां न्याय के लिए धरने पर बैठी हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि महिला पहलवान न्याय की गुहार लगा रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, क्योंकि आरोपी बाहुबली सांसद भाजपा से जुड़ा है. इन खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाए और देश का गौरव बढ़ाया. उस वक्त प्रधानमंत्री ने भी इन्हें परिवार का सदस्य बताया था. अब पीएम की जिम्मेदारी बनती है कि परिवार की बेटियों के साथ न्याय हो. दो पेज की चिट्ठी में पूर्व उपमुख्यमंत्री ने लिखा है कि इन प्रतिभाशाली बेटियों की वजह से विदेशों की धरती पर हमारा तिरंगा सबसे ऊपर लहराया गया. विदेशी सरजमीं पर हमारा राष्ट्रगान गुंजायमान हुआ. आज उन्हीं बेटियों को इंसाफ मांगने के लिए धरने पर बैठना पड़ा है.
खिलाड़ियों के बहाने सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के कामकाज को रोके जाने, मंत्रियों को झूठे केस में फंसाकर जेल में डाले जाने का आरोप भी केंद्र सरकार के ऊपर लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार काम करना चाहती है, लेकिन किसी न किसी बहाने रोड़ा अटकाया जा रहा है. जनता भी केंद्र की इस मंशा को अच्छी तरह समझ चुकी है. साथ ही, कहा कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को महिला पहलवानों को त्वरित न्याय दिलाना चाहिए.