मणिपुर में म्यांमार सीमा से ड्रग तस्करी पर पैनी नजर

नई दिल्ली. मणिपुर में नशीले पदार्थों के कारोबार और उग्रवादी गतिविधियों के बीच घनिष्ठ संबंध रहा है. केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की नजर इस बड़े ड्रग नेक्सस को तोड़ने पर है. खासतौर पर म्यांमार सीमा से हो रही ड्रग तस्करी और घुसपैठ पर एजेंसियों की पैनी नजर बनी हुई है.
2018 से मई 2023 तक बड़ी संख्या में ड्रग से जुड़े मामले दर्ज किए गए हैं. लेकिन इस अवधि में हथियारों और गोला-बारूद के साथ ड्रग तस्करी के सिलसिले में केवल पांच भारतीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मणिपुर के थौबल, इंफाल पूर्व, इंफाल और चंदेल जिलों से ड्रग्स के साथ-साथ हथियार और गोला-बारूद के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. 2018 से इस साल मई तक मणिपुर में 18,854 एकड़ भूमि में अफीम पोस्त को नष्ट किया गया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पुलिस के साथ कैनबिस,अफीम पोस्त की अवैध खेती के संबंध में उपग्रह इमेजरी साझा करता है और ड्रग नष्ट करने में भी भागीदारी करता है.