
आयुष्मान भारत का नया पोर्टल लोगों के साथ ही सीएससी (लोकसेवा केंद्र) और च्वाइस सेंटर संचालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. हालात ऐसे हैं कि पहले जहां ओटीपी के जरिए आसानी से लोगों का पंजीयन से लेकर कार्ड भी बन जाता था, लेकिन अब नया पोर्टल आने के बाद से पोर्टल खुल ही नहीं रहा है.
वहीं कुछ दिनों पहले तक नया पोर्टल खुल तो रहा था, लेकिन इसमें भी किसी भी हितग्राही का बना हुआ कार्ड या फिर पंजीयन नंबर डालने के बाद भी उनका कार्ड पेंडिंग ही दिखा रहा है. इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह पहली बार नहीं है कि आयुष्मान का पोर्टल बदल दिया गया हो, ऐसा लगातार लगभग हर एक निश्चित अंतराल में किया जा रहा है. अब तक दो से तीन बार पोर्टल बदला गया है. इसकी वजह से आए दिन लोगों के साथ ही सेंटर संचालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रदेश में तो राशन कार्ड के जरिए अस्पतालों में हितग्राहियों का पंजीयन करवाने की व्यवस्था की गई है. वहीं, च्वाइस सेंटरों में भी मरीज भर्ती होने के बाद पंजीयन के लिए जाते हैं. लेकिन आपात स्थिति में आ रहे मरीजों का न तो पंजीयन ही हो पा रहा है और न ही आनलाइन कार्ड भी मिल पा रहा है.