
मध्य प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा ने दिग्गज नेताओं को चुनाव मैदान में उतार दिया है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत तीन मंत्री और सात लोकसभा सांसद भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी टिकट दिया गया है. दूसरी सूची में पार्टी ने अधिकांश हारी हुई सीटों पर दिग्गज उतारे हैं. हालांकि प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर सीट से मौजूदा विधायक और उनके भाई जालम सिंह पटेल की जगह टिकट दिया गया है.
पार्टी ने सोमवार को 39 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी, फगन सिंह कुलस्ते को निवास से मैदान में उतारा है. इनके अलावा सांसद रीति पाठक सीधी से, गणेश सिंह सतना और उदय प्रताप सिंह गाडरवारा से चुनाव लड़ेंगे. राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर एक सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरेंगे.
दूसरी सूची कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद आई भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची कार्यकर्ता महाकुंभ के बाद जारी की है. इस रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था. उन्होंने साफ संकेत दे दिए थे कि भाजपा सामूहिक नेतृत्व में चुनाव में जाएगी. उन्होंने अपने भाषण में एक बार भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश नहीं किया था, बल्कि सामूहिक नेतृत्व का जिक्र किया था. प्रधानमंत्री के इस भाषण के कई कयास लगाए जा रहे थे.
बदलाव के संकेत पार्टी ने जनता के सामने अपने बड़े नेताओं को पेश कर साफ कर दिया कि चुनाव में जीत के बाद कोई भी नया मुख्यमंत्री बन सकता है. दोनों सूचियों में अभी तक मौजूदा सरकार के प्रमुख नेताओं की घोषणा नहीं की गई है, इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल है.
सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय
मध्य प्रदेश में भाजपा लगभग दो दशक से सत्ता में है. उसे पिछले विधानसभा चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा था लेकिन बाद में कांग्रेस में बगावत से सरकार बन गई थी. इस बार भी चुनावी माहौल को देख भाजपा ने सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में जाने का फैसला किया है. भाजपा ने बड़े नेताओं को टिकट दिए, उससे इस बात के साफ संकेत है कि भाजपा कांग्रेस की चुनौती को बेहद गंभीरता से ले रही है. इसके अलावा उसके सामने जनता का फीडबैक भी है.