‘अब उठ भी जा मेरे लाल’, सड़क पर तड़पता रहा घायल शावक
बच्चे को घंटों उठाने की कोशिश करती रही मादा भालू

शहडोल। कहते हैं ममता की कोई जात, भाषा या प्रजाति नहीं होती। इंसान हो या जानवर, जब बात बच्चों की हो तो मां हर हाल में उनकी सुरक्षा और देखभाल के लिए जान भी दांव पर लगा देती है। शहडोल के गोहपारू-जैतपुर मार्ग पर बीती रात ऐसी ही एक मार्मिक और दुर्लभ घटना सामने आई है जहां एक मादा भालू ने अपने घायल बच्चे के लिए घंटों तक ट्रैफिक रोक दिया। दरअसल, शहडोल के गोहपारू-जैतपुर मार्ग पर बीती रात बाड़ी नाले के पास एक मादा भालू अपने तीन शावकों के साथ सड़क पार कर रही थी। उसी दौरान एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से एक शावक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद जो हुआ, वो हर किसी को सोचने पर मजबूर कर गया। घायल शावक को देखकर मादा भालू अपने एक अन्य शावक को पीठ पर लिए हुए सड़क पर ही बैठ गई और उसे लगातार उठाने का प्रयास करती रही मानो वह कह रही हो ‘उठ जा मेरे लाल’। करीब एक घंटे तक मादा भालू अपने घायल बच्चे के पास बैठी रही, उसे सूंघती रही, हिलाने की कोशिश करती रही। मानो वो नहीं मान रही थी कि उसका लाल अब दुनिया छोड़ रहा है। इस दौरान उसके साथ बाकी दो शावक भी डरे-सहमे खड़े रहे। ममता के इस दृश्य ने सड़क पर चलते वाहनों की रफ्तार भी थाम दी। लोग अपनी गाड़ियों से उतरकर दूर खड़े होकर इस दुर्लभ दृश्य को देख रहे थे। मां की ममता, संघर्ष और भावनात्मक जुड़ाव का एक ऐसा दृश्य था, जिसे जिसने भी देखा, उसकी आंखें नम हुए बिना नहीं रह सकीं। मौजूद लोगो ने इस मार्मिक पल को अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।