
रायपुर. मोबाइल लूटने के आरोप में जेल गया बदमाश छूटने के बाद फिर लूटपाट करने लगा. अपने साथियों के साथ मिलकर राहगीर और दोपहिया सवारों से मोबाइल लूट करता था. शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी और उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से अलग-अलग कंपनियों के 12 मोबाइल जब्त हुए हैं.
पुलिस के मुताबिक देशी शराब दुकान के पास एक युवक सस्ते में मोबाइल बेच रहा था. इसकी सूचना पर पुलिस ने मौके पर छापा मारा और आयुष गुप्ता को पकड़ा. उसके कब्जे से अलग-अलग कंपनियों के 5 मोबाइल बरामद हुए. इन मोबाइलों का वह दस्तावेज पेश नहीं कर पाया और न ही किसी से खरीदने का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की, तो उसने खुलासा किया कि वह अपने साथी पी रामकिशन और यशवंत साहू के साथ मिलकर राहगीरों और शराब दुकान में शराब खरीदने वालों से मोबाइल लूट करते थे. दोपहिया में सवार होकर तीनों ने शहर के अलग-अलग हिस्सों से दर्जन मोबाइल लूटे थे. पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है.
मुख्य आरोपी आयुष शातिर लुटेरा है. इससे पहले वह लूटपाट के तीन मामलों में जेल जा चुका है. कुछ माह पहले ही वह जेल से छूटा था. इसके बाद से फिर लूटपाट शुरू कर दी थी. आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर फिर लूटपाट शुरू कर दी थी. तीनों शाम होते ही दोपहिया में सवार होकर निकलते थे. शराब दुकान या भीड़भाड़ वाले स्थानों पर घूमते थे. मौके का फायदा उठाकर मोबाइल लूटकर फरार हो जाते थे. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
3-4 हजार रुपए में बेच देते थे मोबाइल
शातिर आरोपी लूटे गए मोबाइलों को 3 से 4 हजार रुपए में बेच देते थे. खरीदने वाले इस मोबाइल को फिर किसी दूसरे को बेच देते थे. उल्लेखनीय है कि राजधानी में मोबाइल लूटपाट और चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ी है. हर दूसरे दिन किसी न किसी इलाके में मोबाइल चोरी और लूट की घटना हो रही है. जानकारों के मुताबिक इसकी बड़ी वजह लूट व चोरी की मोबाइल का आसानी से बिक जाना है. पुलिस ने आरोपियों को तो पकड़ लेती है, लेकिन चोरी या लूट का मोबाइल खरीदने वालों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करती.