ऑटो एक्सपो में एक से बढ़कर एक बस शो केस की हैं, जो यात्रियों को आरामदायक-सुरक्षित सफर कराएंगी

एक्सपो में स्विच मोबिलिटी कंपनी ने डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस ईआईवी-22 पेश की है. इसमें दमदार बैटरी लगाई गई है, जो डेढ़ से तीन घंटे में चार्ज हो जाएगी. एक बार चार्ज होने पर यह 250 किलोमीटर चल सकेगी. अल्ट्रा मार्डन तकनीक पर बनी इस बस में रियर और फ्रंट ससपेंसन लगे हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए इसमें प्रीमियम इंटीरियर का इस्तेमाल किया गया है. कंपनी का दावा है कि यह बेहद आरामदायक बस है. इसमें 65 यात्रियों के बैठने की क्षमता है. निचले डेक को भी खड़े रहने वाले यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया है. ईवी 22 में 231 केडब्ल्यूएच क्षमता के निकल कोबाल्ट मैंगनीज बैटरी पैक का उपयोग किया गया है. इस बस में भी सुरक्षा फीचर पर विशेष ध्यान दिया गया है.
ऑटो एक्सपो में जेबीएम कंपनी ने मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत 12 मीटर लंबी एक ई-सिटी बस प्रदर्शित की है. इसमें बहुत खास फीचर हैं. इस बस की बैटरी को सिर्फ एक घंटे में चार्ज किया जा सकता है. एक बार की चार्जिंग में एक हजार किलोमीटर तक चल सकती है. यात्रियों के लिए बस की हर सीट पर मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए सुविधा है. इसके साथ ही सीट को अपनी सुविधा अनुसार बदल सकते हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गेट के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इससे सभी पर ध्यान रखा जा सकता है. बस के अंदर वाई-फाई की सुविधा है, जो सफर को बेहतर बनाने और मनोरंजन के लाभकारी है. ऐप से यात्री की सारी गतिविधियों के बारे में जानकारी ली जा सकती है. यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में कितना समय है, इसकी भी जानकारी मिलती रहेगी.
झपकी लगी तो चालक को अलर्ट करेगी डिवाइस
हैदराबाद की इलेक्ट्रिक बस कंपनी ने अपनी न्यू ओलेक्ट्रा सी 9 प्रदर्शित की है. लंबे रूट के लिए डिजाइन की गई इलेक्ट्रिक बस में यात्रियों और चालक की सुरक्षा का ़विशेष ध्यान रखा गया है. बस में 600 एएच कैपेसिटी वाली बैटरी लगाई गई है. स्लो चार्जर से ये चार घंटे और फास्ट से 2 से 2.5 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है. फुल चार्ज होने के बाद यह 320 किलोमीटर तक का सफर कर सकती है. ड्राइवर सीट के पास कोई दूसरी सीट नहीं है. सभी सीट को पायलट सीट के जैसा डिजाइन किया गया है, यानि ये पीछे की तरफ झुक जाती हैं और आगे की तरफ इनमें बड़ा लेग होल्डर दिया गया है. हर सीट पर हैमर और पैनिक बटन भी है. चालक की सीट के सामने सेंसिंग सिस्टम है. बस चलाते समय चालक की आंख लगती है तो अलार्म बजने लगेगा.