
गंगटोक . सिक्किम के नाथू ला इलाके (दर्रे) में बर्फ के बवंडर से 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 11 अन्य घायल हो गए. सभी घायलों को गंगटोक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों में तीन नेपाल, दो उत्तर प्रदेश और दो पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, गंगटोक और नाथू ला को जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग के 14वें शिला स्तंभ पर तड़के हिमस्खलन हुआ, जिसमें पांच से छह वाहन फंस गए. इसमें करीब 30 पर्यटक मौजूद थे. सेना की रिपोर्ट के अनुसार, सात शवों को बर्फ से निकाल लिया गया है. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा तेजी से बचाव अभियान शुरू करते हुए 23 लोगों को बचाया गया, जिसमें गहरी घाटी से छह लोग शामिल हैं.
तलाशी अभियान का काम पूरा सिक्किम के एक पुलिस अधिकारी तेजिंग लोडेन लेपचा ने बताया कि लोग एक झील के पास तस्वीरें खींच रहे थे तभी यह हादसा हुआ. उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश का काम पूरा हो गया है. हालांकि, बचाव कार्य बंद करने से पहले एक बार फिर तलाशी अभियान चलाया जाएगा.
यातायात के लिए खोला मार्ग करीब 350 लोग जो नाथू-ला से सड़क अवरुद्ध होने के कारण फंसे थे, उन्हें गंगटोक लाया गया. इस बीच, सीमा सड़क संगठन द्वारा सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया है.
पुलिस ने चेताया था
दिल्ली की एक महिला यात्री कविता अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने पर्यटकों को झील की ओर जाने से मना किया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा,पर्यटकों को खराब मौसम के कारण माइलस्टोन 13 से आगे जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उन्होंने टूर ऑपरेटरों, ड्राइवरों को माइलस्टोन 17 तक ले जाने को मजबूर किया, जहां हिमस्खलन हुआ था.
प्रधानमंत्री, गृहमंत्री ने घटना पर शोक जताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह इस घटना से व्यथित हैं. उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना पर शोक जताया.