
नई दिल्ली . दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो माह तक अभियान चलाने के बाद दीपक बॉक्सर को एफबीआई, मैक्सिको पुलिस और इंटरपोल की मदद से मैक्सिको के कानकुन शहर से गिरफ्तार लिया. दीपक के नए पासपोर्ट और आईपी एड्रेस से उसका सुराग मिला. स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. बुराड़ी के अमित गुप्ता हत्याकांड में भी दीपक की तालश की जा रही थी.
स्पेशल सेल ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के दो सदस्यों संदीप और सचिन को गिरफ्तार किया था. इनके पास से कुछ दस्तावेज मिले, जिसमें एक फोटो दीपक बॉक्सर का था. पूछताछ में बताया कि दीपक का पासपोर्ट रवि आंतिल के नाम से बनवाया था. फिर इसी पासपोर्ट के सहारे दीपक कोलकाता से देश के बाहर चला गया. बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने अंतरराज्यीय गैंगस्टरों पर नकेल कसने के आदेश दिए थे. इसी के तहत पुलिस ने यह कार्रवाई की है. विदेश में दिल्ली पुलिस की पहली गिरफ्तारी है.
दोनों आरोपियों से पूछताछ में मालूम हुआ कि दीपक के साथ संदीप दहिया और रोहित मान नाम के बदमाश भी गए हैं. इसके बाद पुलिस ने दीपक की तलाश शुरू की. जांच में मालूम हुआ कि दीपक कोलकाता से दुबई, अलमाटी, इंस्ताबुल, पैरामिरोबो, अल सल्वाडोर, पनामा सिटी होते हुए कानकुन (मैक्सिको) पहुंच गया है. इस बीच स्पेशल सेल को आईपी एड्रेस भी मिल गया, जिसके माध्यम से दीपक ने अपने दोस्त से बात की थी. इससे पुलिस को उसका सटीक ठिकाना मिल गया. इसके बाद स्पेशल सेल ने सभी एजेंसियों की सहायता से दीपक को दबोच लिया.
अमेरिका जाना चाहता था
जांच में मालूम हुआ कि दीपक मैक्सिको से अमेरिका जाने की तैयारी में था. इसके लिए सारी सेटिंग भी कर ली थी. योजना के अनुसार, दीपक सड़क मार्ग से अमेरिका में जाकर कुछ समय के लिए गायब हो जाता. इसके लिए लारेंस बिश्नोई का चचेरा भाई संदीप नाहरी भी दीपक की मदद कर रहा था.
मुरादाबाद के पते पर बना था पासपोर्ट, सिपाही निलंबित
दीपक ने मुरादाबाद के पते पर बरेली पासपोर्ट ऑफिस से पासपोर्ट बनवाया था. मुरादाबाद पुलिस ने इसे वेरिफाई किया था. इसके बाद एसएसपी ने पासपोर्ट का वेरिफिकेशन करने वाले सिपाही अजीत सिंह को निलंबित कर दिया है.