
पटना. जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी ने शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिजनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. केंद्रीय एजेंसी ने उनकी बेटियों हेमा यादव, रागिनी यादव और चंदा यादव के मकानों समेत देशभर में 24 ठिकानों पर छापेमारी की. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली आवास पर भी छापे मारे गए. इसके अलावा लालू यादव के करीबी नेता अबु दोजाना के ठिकाने पर तलाशी ली गई. वह राजद के पूर्व विधायक हैं.
छापेमारी को लेकर ईडी की तरफ से आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई. सूत्रों के मुताबिक छापेमारी पटना, फुलवारी शरीफ, रांची, मुंबई और दिल्ली में की गई. आरोप है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे, उस दौरान लोगों से जमीन लेकर उन्हें नौकरी दी थी. इस मामले में सीबीआई ने मंगलवार को लालू और सोमवार को उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. यह मामला जद (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की शिकायत पर दर्ज हुआ था. लालू के परिवार का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत इस मामले को फिर से उठाया गया है. सीबीआई पहले दो बार जांच कर चुकी है. उसे कोई साक्ष्य नहीं मिला. इसके बाद केस बंद कर दिया था.
सभी आरोपी 15 मार्च को तलब
ईडी की कार्रवाई सीबीआई की उस शिकायत पर की गई, जो धनशोधन रोकथाम अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज की गई है. सीबीआई इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू यादव, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है. सभी आरोपियों को 15 मार्च को तलब किया गया है.