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अमित शाह की अपील का असर मणिपुर में लोगों ने 140 से अधिक हथियार जमा कराए

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने 140 से अधिक हथियार जमा कराए हैं. सौंपे गए हथियारों में सेल्फ-लोडिंग राइफलें, कार्बाइन, एके और इंसास राइफलें, लाइट मशीन गन, पिस्तौल, एम-16 राइफल, स्मोक गन/आंसू गैस, स्टेन गन और ग्रेनेड लॉन्चर शामिल हैं.

क्या कहा था अमित शाह ने?

अमित शाह ने अपने दौरे के दौरान कहा था अगर सरेंडर नहीं किया तो एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने तीन दिनों तक हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था. राज्य के कैबिनेट मंत्रियों समेत हर समुदाय के साथ उनकी बैठक हुई थी. इसके साथ ही गृहमंत्री ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी. उन्होंने कहा, “अफवाहों पर कतई ध्यान न दें. अब राज्य में स्थिति ठीक है.” उनके इस बयान के बाद लोगों ने बड़ी संख्या में हथियार सरेंडर किए.

मणिपुर में जातीय हिंसा में कम से कम 98 लोगों की जान चली गई और 310 अन्य घायल हुए. वर्तमान में कुल 37 हजार 450 लोग 272 राहत शिविरों में हैं. राज्य में 3 मई को भड़की हिंसा के बाद से आगजनी के कुल 4,014 मामले सामने आए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने जारी बयान में कहा कि पिछले एक महीने में राज्य पुलिस ने 3,734 मामले दर्ज किए हैं और 65 लोगों को हिंसा में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. उपद्रवियों द्वारा घरों में आग लगाने या फायरिंग की छिटपुट घटनाएं अब दुर्लभ होती जा रही हैं. क्योंकि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं.

बताया कि सेना, असम राइफल्स, सीएपीएफ और स्थानीय पुलिस को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है. सरकार ने लोगों से लूटे गए हथियार और गोला-बारूद को सरेंडर करने की अपील की है. गृह मंत्री की अपील का असर हुआ है और विभिन्न जगहों पर लोगों ने 11 मैगजीन के साथ 144 हथियार जमा कराए हैं.

अधिकांश जगह स्थिति सामान्य संघर्ष को सुलझाने और शांति लाने के लिए ग्राम प्रधानों और नागरिक समाज संगठनों के साथ बैठकें की जा रही हैं. अधिकांश जिलों में स्थिति सामान्य है. कई जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई है. कुछ जिलों में कोई कर्फ्यू नहीं है.

राष्ट्रपति मुर्मू से मिले

पूर्वोत्तर के हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर की चार दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद राजधानी दिल्ली लौटे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों के बीच क्या बात हुई इसके बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन समझा जाता है कि शाह ने इस दौरान मुर्मू को मणिपुर की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और शांति बहाल करने के प्रयासों की जानकारी दी.

सोशल मीडिया पर नजर

मणिपुर में सोशल मीडिया के जरिए हिंसा भड़काने की मुहिम में जुटे अराजक तत्वों पर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है. सोशल मीडिया पर हथियारों की उपलब्धता और गांवों को तबाह करने की योजना का खुलासा एजेंसियों ने किया है. खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एक बड़ी साजिश के तहत मणिपुर को लेकर भारत के खिलाफ भड़काऊ बातें लिखी जा रही हैं.

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