
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक विकास में मंदी पर चिंता जताई. उन्होंने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान 7.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को एक मजबूत, कोटा-आधारित और पर्याप्त रूप से संसाधन युक्त आईएमएफ की वकालत की.
उन्होंने कहा कि वैश्विक वित्तीय सुरक्षा तंत्र और जलवायु कार्रवाई के मद्देनजर यह सुनिश्चित करना जरूरी है. कोटा की 16वीं सामान्य समीक्षा (जीआरक्यू) से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को अधिक हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है. आईएमएफ के प्रस्ताव के अनुसार 16वीं जीआरक्यू 15 दिसंबर, 2023 तक पूरी होनी चाहिए. कोटा हिस्सेदारी में किसी भी समायोजन के चलते उभरते देशों के वोटिंग अधिकारों में वृद्धि होने की उम्मीद है. वित्त मंत्री यहां आईएमएफ बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की नाश्ता बैठक में ‘नीतिगत चुनौतियों पर संवाद’ विषय पर चर्चा के दौरान यह बात कही.