अन्य ख़बरेंराष्ट्र

सुरक्षा में फिर सेंध! पहले AIIMS अब मंत्रालय में हैकिंग, Twitter अकाउंट का डाटा उड़ाया

दिनों-दिन हैकिंग के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, याद दिला दें कि कुछ दिनों पहले सरकारी अस्पताल AIIMS Delhi का सर्वर हैक कर लिया गया था और अब एक बार फिर सरकार की सुरक्षा में हैकर्स ने सेंध लगाते हुए केंद्र सरकार के एक मंत्रालय का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया है. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि हैंकर्स ने गुरुवार की सुबह इस घटना को अंजाम दिया है. एक बात जो काफी हैरान कर देने वाली है वह यह है कि 9 दिनों में यह दूसरा बड़ा साइबर अटैक है.

हैकर्स ने एम्स दिल्ली अस्पताल के सर्वर को निशाना बनाने के बाद इस बार मिनिस्ट्री ऑफ जल शक्ति के ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया है. बता दें कि सुबह 5:38 पर क्रिप्टो सुई वॉलेट को बढ़ावा देने के लिए एक ट्वीट किया गया है. यही नहीं, हैकर्स ने सुई का नाम और लोगो को दिखाने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ जल शक्ति के ट्वीट अकाउंट की प्रोफाइल फोटो को भी बदल दिया था.

केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट को हैक करने के बाद हैकर्स ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए Swachh Bharat और अन्य मंत्रालय को टैग किया है. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि मिनिस्ट्री ऑफ जल शक्ति के ट्विटर अकाउंट से जितने भी ट्वीट किए गए थे उन्हें डिलीट कर दिया गया है.

ट्वीट के साथ कुछ बोट अकाउंट्स और कुछ रियल अकाउंट्स को भी टैग किया गया था. आपको ये बात हैरान कर देगी लेकिन यह सच है कि हैकर्स ने अकाउंट को अपने कब्जे में लेने के बाद 80 से ज्यादा ट्वीट किए थे.

गौर करने वाली बात यह है कि कुछ ट्विटर अकाउंट्स को लेकर ऐसा संदेह है कि वह बोट अकाउंट से संबंधित थे क्योंकि इन अकाउंट्स पर 10 से भी कम फॉलोअर्स थे. ट्वीट के साथ टैग किए कुछ रियल अकाउंट्स पर 2000 से भी ज्यादा फॉलोअर्स मौजूद हैं. बता दें कि कुछ ट्वीट में तो पाकिस्तानी अकाउंट्स को भी टैग किया गया था. इसके अलावा क्रिप्टो-आधारित ट्विटर अकाउंट्स के लिंक भी मौजूद थे. फिलहाल किसी भी हैकर ग्रुप ने इस हैकिंग की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन हैकिंग की इस घटना के सामने आते ही सरकार इस मामले की जांच में जुट गई है.

9 दिन में हुआ दूसरा साइबर अटैक: याद दिला दें कि पिछले महीने 23 नवंबर को हैकर्स ने एम्स दिल्ली के सर्वर को हैक किया था और फिर हैकर्स ने कथित तौर पर Cryptocurrency में 200 करोड़ रुपये की मांग की थी.

दिल्ली एम्स सर्वर हैकिंग मामले में दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि, जिस सर्वर को हैक किया गया था। उसे जांच के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) भेजा गया है। सीएफएसएल की दिल्ली और अहमदाबाद की टीमें इसकी जांच कर रही हैं। अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नहीं चला है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button