
कश्मीर में शुक्रवार को आतंकवादी हमले से नाराज भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, सीमापार आतंकवाद समेत इसके सभी स्वरूपों का खात्मा किया जाना चाहिए. बैठक के बाद भी उन्होंने पाक पर निशाना साधा और कहा, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो आतंकवाद की फैक्टरी के प्रवक्ता बनकर आए हैं.
जयशंकर का यह बयान बिलावल की उस टिप्पणी के बाद आया, जिसमें उन्होंने शुक्रवार को दिन में कहा था कि आतंकवाद से लड़ना सामूहिक जिम्मेदारी है.
जयशंकर ने दो टूक कहा, पाकिस्तान जब तक सीमा पार से आतंकवाद पर भारत की चिंताओं का समाधान नहीं करता, तब तक द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी. आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद के अपराधियों के साथ मिलकर आतंकवाद पर चर्चा नहीं करते. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा भंडार से भी तेजी से घट रही है. अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर जयशंकर ने कहा कि अनुच्छेद-370 अब इतिहास है.
पूर्वी लद्दाख में शांति के बिना चीन से संबंध सामान्य नहीं
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को चीन से दो टूक कहा कि यदि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता के लिए बाधा उत्पन्न होती है तो दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं हो सकते. जयशंकर ने यह टिप्पणी अपने चीनी समकक्ष किन गैंग से बातचीत के एक दिन बाद संवाददाता सम्मेलन में की. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मुद्दा यह है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में एक असामान्य स्थिति है. हमने इस बारे में खुलकर बात की. जयशंकर ने कहा, हमें सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे ले जाना है. उन्होंने और चीनी विदेश मंत्री ने गुरुवार को एससीओ के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक से इतर द्विपक्षीय वार्ता की थी.
पाक से पूछा- पीओके को कब खाली करोगे
जयशंकर ने कहा, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का जी-20 से या श्रीनगर से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, कश्मीर पर बातचीत केवल एक ही मुद्दे पर होगी कि पाकिस्तान वैधानिक रूप से कब पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को खाली कर रहा है.
नमस्ते से विदेश मंत्रियों का अभिवादन किया
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सम्मेलन में पहुंचने वाले विदेश मंत्रियों का हाथ मिलाकर नहीं बल्कि नमस्ते के साथ अभिवादन किया. सम्मेलन स्थल पर उन्होंने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो, चीन के किन गैंग समेत अन्य विदेश मंत्रियों का अभिवादन किया.