
सिर्फ एक महीने पहले गौतम अडानी की गिनती दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स के रूप में होती थी लेकिन अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की नकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद उनकी अगुवाई वाले समूह के शेयरों में इस कदर बिकवाली हुई कि अब वह सबसे अमीर लोगों की सूची में 30वें स्थान पर आ गए हैं.
अडानी समूह के शेयरों में बीते एक महीने में भारी बिकवाली हुई है. आंकड़े बताते हैं कि अडानी समूह की 10 कंपनियों के सम्मिलित बाजार मूल्यांकन में इस दौरान 12.06 लाख करोड़ रुपये की भारी-भरकम गिरावट आ चुकी है. अगर गौतम अडानी की व्यक्तिगत पूंजी की बात करें तो उनका मूल्यांकन 120 अरब डॉलर से घटकर 40 अरब डॉलर से भी कम रह गया है. इस तरह उनके व्यक्तिगत मूल्यांकन में 80 अरब डॉलर यानी दो-तिहाई की गिरावट आ चुकी है. मुकेश अंबानी 81.7 अरब डॉलर के साथ दुनिया के 10वें सबसे अमीर शख्स हैं.
इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन अडानी समूह के लिए एक राहत भरी खबर आई. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडएंपी ने अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को निगरानी से हटा दिया है. साथ ही रेटिंग एजेंसी ने कंपनी को बीबी+ रेटिंग दी है. माना जा रहा है कि इस खबर से अडानी ग्रीन के निवेशकों का तनाव कम हो सकता है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रीन के शेयरों में भारी गिरावट आई है. पिछले साल 14 दिसंबर को एजेंसी ने प्रोजेक्ट फाइनेंस ट्रांजेक्शन की रेटिंग के लिए अपने मानदंड में बदलाव किए थे.