
विवाह पंचमी के मौके पर ओरछा (orchha) में होने वाले श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव की तैयारियों को लेकर मंदिर परिसर में बैठक आयोजित की गई. बैठक में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी. इस बार आयोजन को खास बनाने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. विवाह महोत्सव (Vivah Mahotsav) में होने वाले भंडारे, कार्यक्रम में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही श्रीरामराजा मंदिर, जानकी मंदिर के साथ ही बरात मार्ग पर होने वाली साज सज्जा सहित अन्य तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी सौंपी. कलेक्टर तरुण भटनागर (Tarun Bhatnagar) ने बताया कि इस तीन दिवसीय महोत्सव में 27 नवंबर को होने वाली मंडप की पंगत व 28 नवंबर को होने वाले बरात के आयोजन पर ध्यान रखा जाएगा.

कलेक्टर भटनागर ने बताया कि धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ओरछा (orchha) में श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव का शुभारंभ 26 नवंबर को गणेश पूजन के साथ होगा और 27 नवंबर रविवार को विधिवत मंडपाच्छादन पूजन किया जाएगा. साथ ही मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा. 28 नवंबर को रात्रि 8 बजे ढोल नगाड़े, गाजेबाजों और राजसी ठाठ-बाट के साथ श्री रामराजा सरकार की बारात निकलेगी. वर यात्रा के मंदिर से निकलते ही सशस्त्र पुलिस बल द्वारा दूल्हा बने रामराजा सरकार को गार्ड आफ आनर दिया जाएगा.
कलेक्टर ने बताया कि श्री राम-जानकी विवाह महोत्सव पर धार्मिक नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा. जगह-जगह तोरण द्वार और मंगल कलश सजेंगे. उन्होंने बताया कि बारात के पूरे मार्ग में रंगोली की सजावट की जाएगी तथा जानकी मंदिर पर विशेष फूलों की सजावट, लाइटिंग, झंडे आदि लगाए जाएंगे. साथ ही बरात के मार्ग घर-घर दीपक जलाए जाएंगे. कलेक्टर ने कहा कि यह आयोजन परंपरागत रूप से मनाया जाता है. ऐसे में डीजे की आवश्यकता नहीं है. पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ ही कार्यक्रम किया जाएगा.

श्रीरामराजा सरकार विवाह महोत्सव में वैसे तो करीब 10 डीजे निकाले जाते रहे हैं. लेकिन इस बार इनके स्थान पर वाद्य यंत्रों को शामिल किया गया है. इसमें मुख्य रूप से बुंदेली वाद्य यंत्र लेकर भजन मंडली चलेंगी, जो भजनों की प्रस्तुति देते हुए श्रीरामराजा सरकार की बरात में शामिल होंगे. इसमें रमतूला, तमूरा, खजरी, खड़ताल, मजीरा, ढोलक, घड़ा, सूपा, लोटा, हारमोनियम लेकर भजन मंडली चलेगीं.
वाद्य यंत्रों के साथ ओरछा पहुंचने के लिए इन टोलियों को ग्रामीण क्षेत्रों से प्रशासन द्वारा आमंत्रित किया गया है, जो बारात में इन वाद्य यंत्रों की धुन पर भजनों की प्रस्तुति देंगे और बरात पहुंचने के बाद मंदिर में पूरी रात भजनों की प्रस्तुति होगी. बताया गया कि मुख्य रूप से रमतूला शंख की तरह बजाया जाता है, जिसको हर व्यक्ति नहीं बजा सकता है. कलेक्टर तरूण भटनागर ने कहा कि इन वाद्य यंत्रों को लेकर ग्रामीणों से चर्चा हो गई है. उन्होंने अपने स्तर पर तैयारियां भी पूरी कर लीं हैं. करीब 10 प्रकार की टोलियां बरात में शामिल होंगी.

एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने बताया कि श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव के दौरान हजारों की संख्या श्रद्धालु आते हैं. नगर में यातायात व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां की गई है. वाहन पार्किग के लिए पांच स्थान चिन्हित किए गए हैं. शहर के अंदर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. बरात के दिन सुरक्षा के लिए पुलिस के लगभग तीन सौ अधिकारी कर्मचारी तैनात किए जाएंगे.