
जगतगुरु गुरु रूद्र कुमार जी छत्तीसगढ़ में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद समाज को एकजुट करने का प्रयास किया. समाज के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश की. जन संदेश यात्रा और गुरुदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से सभी वर्ग को परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जी के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया. समाज के सभी वर्गों की हर मांगों को पूरी करने की कोशिश की. समाज से जुड़ी तमाम बातों को प्रमुखता से आवाज दी. समाज के सभी वर्ग चाहे छात्र-छात्राएं हो, सामाजिक बंधु हो चाहे या जरूरतमंद सब की बात सुनी और उनकी समस्या का निराकरण करने का पूरा प्रयास किया.
समाज के लोगों को सामाजिक एकता, भाई-चारा, विश्व बंधुत्व और शांति का संदेश देने के साथ-साथ परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जी के आदर्शों पर चलकर एक नया समाज गठित करने के लिए संकल्पित किया. बाबाजी के बतलाए रास्ते पर चलकर “मनखे-मनखे एक समान” के धैयय को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के कई जिलों में सतनाम संदेश यात्रा निकाली गई. जिसका मुख्य उद्देश्य संत समाज को एकजुट रहने और सतनाम धर्म की ऐतिहासिकता, धार्मिक स्थलों में सामुदायिक सुविधाओं के विस्तार, संत संदेशों पर व्याख्यान, समाज के नीति-नियम, रीति-रिवाज, संस्कृति व संस्कार की एकरूपता एवं समाज की वर्तमान दशा और दिशा विषय पर बात की.
जगतगुरु गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि सैकड़ों वर्ष पूर्व सतनाम पंथ के प्रथम प्रणेता परम पूज्य बाबा गुरू घासीदास ने इस संसार में सत्य अंहिसा और शांति का संदेश दिया था, जिसका अनुसरण विश्व में किया जा रहा है. अपने धर्म संदेश के द्वारा उन्होंने सभी वर्गों, सम्प्रदायों एवं मानव समाज की एकता और भाईचारा पर विशेष जोर दिया. इस प्रकार उनके विचार युग-युगान्तर तक प्रासंगिक रहेंगे. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के लोगों की बहुलता है. उन्होंने समाज के लोगों को एकजुट होने का आव्हान किया और कहा कि चाहे धर्म की बात हो, चाहे समाज के विकास की बात हो, एकता के साथ एक मंच पर सभी का खड़ा होना जरूरी है.