
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
सरकार ने सीबीआई को ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है. इस मामले में जांच पहले से जारी है. इसी मामले में सीबीआई ने ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी सहित 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी.
सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले का आरोप लगाया था. इस सिलसिले में रावड़ी देवी के आवास पर छापेमारी भी हुई थी.
आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं. सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम भूखंडों की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई. चार्जशीट में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में उम्मीदवारों को नौकरी दी गई, जिसके बदले इन लोगों ने राबड़ी देवी, मीसा भारती और अन्य के नाम पर जमीन लिखी थी.