हिमाचल प्रदेश में बड़ी तबाही के बाद कई मार्ग बंद, एनडीआरएफ बचाव कार्य में जुटा

शिमला . हिमाचल प्रदेश में बारिश से बड़ी तबाही हुई है. मंडी जिले की खोलानाला पंचायत में बुधवार रात बादल फटने से 300 लोग फंस गए, जिन्हें प्रशासन के साथ एनडीआरफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है. शुक्रवार को 70 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. भूस्खलन से कई मार्ग बंद हो गए हैं. इससे राहत और बचाव कार्य में भी दिक्कत आ रही है.
मंडी के खोलानाला में फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू करने में कठिनाई पेश आ रही है, क्योंकि सड़क मार्ग के साथ-साथ पैदल रास्ते भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. फंसे हुए लोगों को नालों, टूटे हुए रास्तों से होते हुए निकाला जा रहा है. फ्लैश फ्लड के बाद पंचायत के लोग दो दिन से दहशत में हैं. शेहनू गौनी गांव में कई बीघा उपजाऊ भूमि भी बह गई है. यहां 16 पुरुष, 20 महिलाएं और 15 बच्चे फंसे हुए थे, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है. सिराज विधानसभा क्षेत्र में सड़क मार्ग से कटने से प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर से राशन पहुंचाया जा रहा है.
सीएम ने जायजा लिया मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कुल्लू जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्र आनी का दौरा किया. उन्होंने प्रभावित परिवारों से बातचीत की और कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है. उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि अस्थायी शिविर में रहने वालों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. आनी में गुरुवार को आठ इमारतें ढह गई थीं.
कुल्लू का सड़क संपर्क ठप
कुल्लू और लाहौल स्पीति का तीन दिन से देश के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क कटा हुआ है. मंडी से कुल्लू को जोड़ने वाला फोरलेन और वैकिल्पक मार्ग भूस्खलन के कारण बंद है. कटोला होते हुए वैकिल्पक सड़क के खुलने की उम्मीद है. मंडी में 350 से ज्यादा छोटी-बड़ी गाड़ियां जगह-जगह फंसी हुई हैं.
अग्निवीर भर्ती टली
देहरादून कोटद्वार में एक से 10 सितंबर से प्रस्तावित सेना की अग्निवीर भर्ती रैली को स्थगित कर दिया गया है. उत्तराखंड में मानसून में लगातार खराब मौसम के चलते यह फैसला लिया गया. सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की.