
बेंगलुरु . वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को जी-20 बैठक से पहले अमेरिका और जापान सहित अन्य देशों के वित्त मंत्रियों संग द्विपक्षीय बैठकें कीं. इस दौरान उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए वैश्विक ढांचा बनाने पर जोर दिया. साथ ही वैश्विक ऋण जोखिमों से निपटने के उपायों और बहुपक्षीय विकास बैंक को मजबूत बनाने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की.
जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक यहां 24 फरवरी से शुरू होगी. इसमें यूक्रेन युद्ध से विश्व अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम, महामारी के पुनरुत्थान की आशंका के साथ आईएमएफ व विश्व बैंक के सुधारों पर चर्चा की जाएगी.
इस दो दिवसीय बैठक में सीतारमण भाग लेने के लिए यहां आई हैं. उन्होंने अब तक अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन, जापान के वित्त मंत्री शुनिची सुजुकी और इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोरगेट्टी के साथ द्विपक्षीय बैठकें की हैं. वहीं, इंडोनेशियाई वित्तमंत्री से भी उन्होंने कई मुद्दों पर की चर्चा की.
वैश्विक अर्थव्यवस्था बेहतर स्थान पर येलेन
अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलेन ने कहा कि कुछ महीने जिस तरह का आकलन किया जा रहा था, उससे बेहतर स्थान पर वैश्विक अर्थव्यवस्था है. कर्ज के बोझ को कम करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है. येलेन ने कहा, अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए यह कहना उचित होगा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पूर्वानुमान के मुकाबले आज बेहतर स्थान पर है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को भारत की अध्यक्षता में जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की पहली बैठक में भाग लेंगी. बैठक में ऋण जोखिम, यूरोप में चल रहे युद्ध से विश्व अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम और महामारी के दोबारा उभरने की आशंका के साथ ही आईएमएफ और विश्व बैंक के सुधारों पर चर्चा की जाएगी.
बेंगलुरु में गुरुवार को डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक उच्च स्तरीय संगोष्ठी हुई. इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि द्वारा संचालित संगोष्ठी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, इंडोनेशिया की वित्त मंत्री मुलानी इंद्रावती, आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, ब्राजील सेंट्रल बैंक के गवर्नर रॉबर्टो डी ओलिवेरा कैम्पोस ने भाग लिया.