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भारत की प्राचीन और समृद्ध कला की खुशबू दुनिया तक पहुंचाने का जरिया बनेगा NMACC: नीता अंबानी

कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका देने के लिए भारत में सबसे आधुनिक, प्रतिष्ठित और विश्व स्तरीय सांस्कृतिक केंद्र (कल्चरल सेंटर) तैयार हो रहा है और जल्द ही इसकी भव्य शुरुआत होने वाली है. इस सेंटर का नाम है ‘नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर’ यानी एनएमएसीसी (NMACC). इसका निर्माण मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर (Jio World Centre) में हो रहा है.

शुक्रवार को NMACC की वेबसाइट को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया. इस मौके पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी (Nita Ambani) ने “मुंबई के दिल” में बन रहे इस सेंटर को लेकर अपने विचार साझा किए. नीता अंबानी ने इसे ‘कलाकारों और दर्शकों के साथ-साथ सपने देखने वालों और रचनाकारों के लिए वास्तव में समावेशी केंद्र (Truly Inclusive Center) कहा, जिसका उद्देश्य कला को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ सभी के लिए सुलभ बनाना है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं एक आर्टिस्ट और एक भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना (Indian Classical Dancer) के रूप में आपके सामने हूं. 6 साल की उम्र में मैंने भरतनाट्यम सीखने का विकल्प चुना. यह एक ऐसा विकल्प था, जिसने मुझे सशक्त बनाया, मुझे आत्मविश्वास दिया. मुझे डांस में अभिव्यक्ति का उपहार मिला. मेरे लिए डांस, ध्यान का एक रूप है. मेरे अंदर कुछ है, जो कला की दुनिया से बहुत गहराई से जुड़ा हुआ है! मैंने अपने रिलायंस फाउंडेशन के माध्यम से लंबे समय तक बुनकरों और शिल्पकारों के साथ काम किया है. अपार खुशी और गर्व के साथ, मैं आपके जीवनभर के सपने को साकार करने के लिए इसे (सेंटर को) आपको सौंप रही हूं.’

इस मौके पर रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) की निदेशक ईशा अंबानी (Isha Ambani) ने कला के लिए अपनी मां (नीता अंबानी) के समर्पण को सलाम किया. उन्होंने कहा, ‘पिछले 50 सालों से मां (नीता अंबानी) रोज नृत्य की साधना कर रही हैं. एक बिजनेस वूमेन, स्पोर्ट्स लवर, लीडर और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन से पहले मम्मी एक भरतनाट्यम डांसर हैं.’

NMACC की खासियतें

चार मंजिला NMACC में 16,000 वर्ग फुट का पर्पज-बिल्ट एग्जिबिशन स्पेस और तीन थिएटर होंगे.

इनमें से सबसे बड़ा, 2,000 सीटों वाला ग्रैंड थियेटर, जिसमें 8,400 स्वारोवस्की क्रिस्टल के साथ एक खास और अनूठा कमल-थीम वाला झूमर शामिल होगा.

NMACC का अनावरण 31 मार्च 2023 को एक भव्य लॉन्चिंग प्रोग्राम में किया जाएगा. इसका प्रोग्राम शेड्यूल इस प्रकार रहेगा.

31 मार्च 2023 (शुक्रवार)

Civilization to Nation: The Journey of Our Nation: 2,000 सीटर ग्रैंड थियेटर में, देश के टॉप आर्टिस्ट और भारतीय नाटककार और निर्देशक फिरोज अब्बास खान शास्त्रीय नाट्य शास्त्र के सिद्धांतों के माध्यम से भारतीय संस्कृति को एक कथा के रूप में प्रस्तुत करेंगे. यहां पर 300 कलाकारों और 75-पीस लाइव ऑर्केस्ट्रा के साथ एक शानदार प्रस्तुति दी जाएगी जिसका उद्देश्य देश की असाधारण प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करना है.

1 अप्रैल 2023 (शनिवार)

India in Fashion: फैशन पर भारतीय संस्कृति और कला का प्रभाव: इसमें प्रतिष्ठित लेखक और कॉस्ट्यूम एक्सपर्ट हामिश बाउल्स द्वारा क्यूरेट किए गए प्रोग्राम को दिखाया जाएगा. इस एग्जीबिशन में भारत की वैदिक परंपराओं का आधुनिक भारतीय कला पर पड़ने वाले प्रभाव को दर्शाया जाएगा. इसके साथ ही रिज़ोली द्वारा पब्लिश की गई एक कॉफी टेबल बुक को भी लॉन्च किया जाएगा. इस बुक में पहली बार भारत के व्यापक इतिहास और दुनिया भर के फैशन पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को बताया गया है.

2 अप्रैल 2023 (रविवार)

Sangam Confluence: भारत के प्रमुख सांस्कृतिक आर्टिस्ट रंजीत होसकोटे और अमेरिकन क्यूरेटर तथा म्यूज़ियम ऑफ़ कंटेम्पररी आर्ट (MOCA), लॉस एंजिल्स के पूर्व निदेशक जेफरी डिच की गैलरी को दर्शाया गया है. इसके लिए यहां पर पूरे 16,000 स्क्वायर फुट स्पेस में एग्जीबिशन रखी गई है. इस एग्जीबिशन में देश के उभरते हुए कलाकारों के काम को दर्शाया जाएगा.

इस अवसर पर ईशा अंबानी ने मां नीता अंबानी तथा उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा, ‘नमस्ते, ये मेरे लिए बहुत ख़ुशी का दिन है. जब मैं अपनी मां के साथ आपसे बात कर रही हूं. हमने उन्हें को अनेक रूपों में देखा है. एक बिजनेस वूमैन, स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने वाली एक लीडर, रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और बच्चों के लिए समर्पित एक टीचर. लेकिन, इन सबसे पहले, वह एक भरतनाट्यम डांसर हैं. उन्होंने पिछले 50 सालों में हर रोज़ एक साधना की तरह नृत्य की कला को आत्मसात किया है. नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) उनके इसी समर्पण का प्रतिफल है.’

ईशा अंबानी के इस संबोधन पर नीता अंबानी ने भाव-विभोर होते हुए कहा, ‘धन्यवाद ईशा, कला मेरे लिए एक साधना है, तपस्या है. मैं आज आपके सामने भारत की एक क्लासिकल डांसर के रूप में आई हूं. जब मैं 6 वर्ष की थी तभी भरतनाट्यम सीखने का फैसला किया था. मेरे इस निर्णय ने मुझे आत्मविश्वास दिया, मुझे शक्ति दी. आज मैं जो कुछ भी हूं, इसमें इसका बहुत बड़ा योगदान है. प्राचीन काल से हमारे ऋषि मुनियों ने कला को ध्यान और साधना का ही एक रूप बताया है. भारत में शुरु से ही मूर्तिकला, नृत्य, संगीत, नाटक, चित्रकारी आदि की एक परम्परा रही है. मेरा सपना है कि भारतीय कला की यह धरोहर दुनिया के सामने आए. नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) मेरे बचपन के इसी सपने को पूरा करेगा. यहां आकर कलाकार अपना कल्पना की उड़ान भर पाएंगे. भारत और दुनिया के कलाकारों का NMACC में तहेदिल से स्वागत है.’

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