
मणिपुर मुद्दे पर मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष दोनों सदनों में प्रधानमंत्री के बयान की मांग पर कायम है. इस बीच, इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने बुधवार को केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जो विपक्ष जनता का विश्वास खो चुका है, वो कितने ही अविश्वास प्रस्ताव लाए, कुछ नहीं बदलने वाला.
कांग्रेस ने व्हिप जारी किया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में इंडिया गठबंधन के घटक दलों की मंगलवार को बैठक में अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा हुई. कांग्रेस ने अपने सांसदों को बुधवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है. सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने लोकसभा सदस्यों से कहा है कि वे सुबह साढ़े दस बजे संसद भवन स्थित संसदीय दल के कार्यालय में मौजूद रहें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधा. ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि केवल देश के नाम का इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता. इस पर विपक्षी दलों ने ऐतराज जताते हुए कहा कि मोदी संसद में मणिपुर पर कुछ क्यों नहीं बोल रहे.
कांग्रेस पर प्रहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कुछ प्रतिबंधित चरमपंथी और आतंकवादी संगठनों सहित अन्य संगठनों के इतिहास का हवाला दिया.
सूत्रों के अनुसार, मोदी ने कहा कि जो संगठन शासन करना चाहते हैं, देश को तोड़ना चाहते हैं, उन्होंने लोगों को गुमराह करने के लिए इंडिया और इंडियन जैसे नामों का इस्तेमाल किया है. लेकिन, लोग अब परिपक्व हो गए हैं और इस तरह के नामकरण से भटकेंगे नहीं. भाजपा द्वारा विपक्षी दलों पर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाए जाने के मामले में मोदी ने कहा कि वे (विपक्ष) अधिक गैर जिम्मेदार हो गए हैं. इससे सत्तारूढ़ दल के लिए अधिक जिम्मेदारी से व्यवहार करना अनिवार्य हो गया है.