भारत-श्रीलंका संबंधों में नया अध्याय शुरू PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत-श्रीलंका कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं. उन्होंने दोनों देशों के बीच एक नई नौका सेवा शुरू होने को संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि करार दिया.
भारत के नागपत्तिनम (तमिलनाडु) से श्रीलंका के कांकेसनथुरई तक नौका सेवा को हरी झंडी दिखाने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से दिए संबोधन में मोदी ने कहा कि यह नौका सेवा सभी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को जीवंत बनाती है. भारतीय नौवहन निगम द्वारा संचालित उच्च गति वाली नौका में 150 लोगों के बैठने की क्षमता है. नागपत्तिनम और कांकेसनथुरई के बीच करीब 110 किलोमीटर की दूरी को लगभग साढ़े तीन घंटे में तय किया जा सकेगा. हालांकि, यह समुद्र की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
महत्वपूर्ण उपलब्धि मोदी ने कहा कि कनेक्टिविटी का मतलब केवल दो शहरों को नजदीक लाना नहीं है. यह हमारे देशों, हमारे लोगों और हमारे दिलों को करीब लाती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और श्रीलंका कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं. नागपत्तिनम और कांकेसनथुरई के बीच नौका सेवा की शुरुआत रिश्तों को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
सभ्यता के साझा इतिहास पर जोर दिया भारत और श्रीलंका के बीच संस्कृति, वाणिज्य और सभ्यता के साझा इतिहास पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नागपत्तिनम और नजदीकी शहरों को श्रीलंका समेत कई देशों के साथ समुद्री व्यापार के लिए जाना गया है. ऐतिहासिक पूम्पुहार बंदरगाह का जिक्र प्राचीन तमिल साहित्य में एक हब (केंद्र) के रूप में किया गया है. उन्होंने संगम काल के साहित्य-जैसे कि पत्तिनाप्पलई और मणिमेकलई का भी जिक्र किया, जो दोनों देशों के बीच नौकाओं और जहाजों की आवाजाही का वर्णन करते हैं. प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कनेक्टिविटी व्यापार, पर्यटन और लोगों के बीच परस्पर संपर्क को बढ़ावा दे रही है, साथ ही दोनों देशों के युवाओं के लिए नए अवसर पैदा कर रही है.
महान कवि सुब्रमण्यम भारती के गीत का जिक्र
मोदी ने कवि सुब्रमण्यम भारती के गीत सिंधु नधियिन मिसाई का भी उल्लेख किया, जिसमें भारत और श्रीलंका को जोड़ने वाले एक पुल का जिक्र है. उन्होंने कहा कि यह नौका सेवा उन सभी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को जीवंत बनाती है.
डिजिटल भुगतान का जनआंदोलन यूपीआई
प्रधानमंत्री ने कहा, यूपीआई के कारण भारत में डिजिटल भुगतान जनआंदोलन और जीवन जीने का तरीका बन गया है. दोनों देशों की सरकार यूपीआई और श्रीलंका पे को जोड़कर फिनटेक में कनेक्टिविटी पर काम कर रही है.
ऊर्जा ग्रिड को जोड़ने के बारे में बात की
प्रधानमंत्री मोदी ने ऊर्जा सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच ऊर्जा ग्रिड जोड़ने के बारे में भी बात की. मोदी ने जोर दिया कि प्रगति और उन्नति के लिए साझेदारी भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय संबंध के मजबूत स्तंभों में से एक है. उन्होंने कहा, हमारी दूरदृष्टि सभी तक विकास ले जाना और किसी भी न छोड़ना है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि श्रीलंका में भारत की मदद से लागू हुई परियोजनाओं ने लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाया है.