
सेबी म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए इक्विटी और डेट फंड पर शुल्क को एक समान करने की तैयारी कर रहा है. इसके अलावा छोटे शहरों के लिए म्यूचुअल फंड कंपनियों ज्यादा शुल्क वसूलने की सुविधा भी खत्म करने पर विचार कर रहा है.
सेबी ने निवेशकों से टोटल एक्सपेंस रेश्यो यानी टीईआर की वसूली के तरीके में बदलाव करने का प्रस्ताव दिया है. टीईआर म्यूचुअल फंड निवेशकों से सालाना आधार पर शुल्क के रूप में ली जाती है. बाजार नियामक की जानकारी में यह बात आई है कि पिछले कुछ वर्षों में इक्विटी श्रेणी में न्यू फंड ऑफर यानी एनएफओ में निवेश की एक बड़ी रकम मौजूदा योजनाओं से निकाली गई थी. सेबी को आशंका है कि कई म्यूचुअल फंड वितरक अधिक कमीशन के लिए निवेशकों को वर्तमान म्यूचुअल फंड से राशि निकालकर नई योजनाओं में पैसा लगाने का दबाव बनाते हैं.
क्या है छोटे शहरों के लिए प्रोत्साहन
सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को देश के 30 छोटे शहरों से परिसंपत्तियां जुटाने के लिए निवेशकों से 0.30 फीसदी अधिक टीईआर लेने की छूट दे रखी है. लेकिन म्यूचुअल फंड वितरक अपने लाभ के लिए इसका दुरुपयोग कर रहें हैं.
आपको क्या होगा लाभ
सेबी नए निवेशकों को जोड़ने के लिए वितरकों को एकमुश्त शुल्क लेने की अनुमति दे सकता है. हालांकि, यह एकमुश्त शुल्क कुल एक्सपेंस रेश्यो का हिस्सा होगा. इससे कंपनियों को वितरकों को अतिरिक्त प्रोत्साहन देने की गुंजाइश कम हो जाएगी. शुल्क घटने से आपका निवेश पहले से ज्यादा फायदेमंद हो जाएगा.