कुर्सीयान के बाद स्लीपर कोच वाली वंदे भारत दौड़ाने की तैयारी

स्लीपर वंदे भारत भी जल्द पटरी पर दौड़ेगी. रेलवे ने 120 सेमी हाई स्पीड ट्रेन के निर्माण का काम सार्वजनिक उपक्रम रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को सौंपा है. 160-200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली इस ट्रेन का ठेका पहली बार दिया गया है. अभी तक कुर्सीयान वंदे भारत ट्रेनें बनाई जा रही हैं.
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 29 मार्च को आरवीएनएल को स्वीकृति पत्र सौंप दिया गया है. रेलवे का सार्वजनिक उपक्रम आरवीएनएल महाराष्ट्र के लातूर रेल कोच फैक्टरी में स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों के कोच का निर्माण करेगा. 120 ट्रेनों के निर्माण पर लगभग 24,000 हजार करोड़ रुपये लागत आएगी.
टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है पूरी भारतीय रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों 200 वंदे भारत ट्रेनें बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया संपन्न हुई थी. इसमें आरवीएनएल ने 120 करोड़ प्रति वंदे भारत ट्रेन बनाने की सबसे कम दर पर बोली लगाकर लोवेस्ट वन (एल-1) रही थी. जबकि टीटागढ़-बीएचईएल (संयुक्त उपक्रम) ने प्रति वंदे भारत निर्माण के लिए 140 करोड़ की बोली लगाकर दूसरे स्थान (एल-2) पर थी. अधिकारी ने बताया कि अनुबंध की शर्तों के अनुसार, आरवीएनएल प्रदर्शन गारंटी बॉन्ड के रूप में 200 करोड़ रुपये जमा कराएगी. जबकि टीटागढ़-बीएचईएल को इस मद में 160 करोड़ रुपये जमा करने हैं. इसके एवज में उनको 35 साल के रखरखाव का अधिकार प्राप्त होगा.
ट्रेन में एसी-3 के 11 कोच भी होंगे रेलवे बोर्ड के अनुसार, स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 15 कोच होंगे. इनमें एसी-1 के एक कोच, एसी-2 के तीन कोच और एसी-3 के 11 कोच होंगे. वर्तमान में कुर्सीयान वंदे भारत में कुल 16 कोच होते हैं. स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा उपकरण से युक्त होंगी.