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सब्जियों के दाम घटे, मसालों में तेजी बरकरार

उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर थमने के बाद सब्जियों के दामों में थोड़ी नरमी देखी जा रही है, लेकिन मसालों के दामों में अब भी तेजी बरकरार है.

टमाटर के दाम भले ही 100 रुपये के नीचे आ गए हैं, लेकिन शिमला मिर्च, बीन्स और फूल गोभी की कीमतें अब भी सवा सौ रुपये प्रतिकिलो के पार हैं. उधर, मसालों की कीमतों में लगातार तेजी का दौर जारी है, जिससे अब सब्जियों में तड़का लगाना महंगा होता जा रहा है. बीते करीब दो महीने से लगातार मसालों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.

जीरे के दामों में लगातार तेजी का दौर बना हुआ है. बीते 15 दिन पहले तक अच्छी गुणवत्ता वाला जीरा 12 सौ रुपये प्रति किलो तक बिक रहा था, जो अब 14 सौ रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया है. इसके साथ ही हल्दी, लौंग, दालचीनी से लेकर इलायची तक के दामों में तेजी आ रही है. व्यापारी बताते हैं कि इस तेजी के पीछे एक कारण बारिश के चलते पैदावार का कम होना है. दूसरा कारण यह भी है कि जब किसी चीज के दाम तेजी से बढ़ते हैं तो किसान अपने स्तर पर भी स्टॉक करने लगते हैं. इसके चलते दाम ओर बढ़ते चले जाते हैं. खारी बावली के व्यापारी अंशुल गुप्ता ने बताया कि कई मसालों में तेजी उम्मीद से कहीं ज्यादा है. अकसर किसी भी मौसम में 10-20 प्रतिशत तक कीमतें बढ़ जाती है, लेकिन इस बार जीरा, सौंठ समेत कई मसालों के दाम दोगुना से भी अधिक तक बढ़ गए हैं. जब थोक में इतनी तेजी है तो जाहिर तौर पर फुटकर में इसका असर कहीं ज्यादा दिखाई देगा.

मैदानी क्षेत्रों में नई फसल आने से घटे दाम सब्जी की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है. आजादपुर मंडी के आढ़ती जय किशन ने बताया कि अब हर तरह की सब्जी की आवक बढ़ रही है. बीते सप्ताह तक टमाटर की 10-12 गाड़ी (प्रति गाड़ी- आठ से 10 टन) आ रही थीं, जिनकी संख्या बढ़कर 15 से 60 गाड़ी पहुंच गई है. इसके साथ ही दिल्ली की अन्य सब्जी मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ी है. व्यापारी कहते हैं कि पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत अन्य इलाकों से भी टमाटर की नई फसल आ रही है.

केंद्र सरकार आज से 50 रुपये किलो टमाटर बेचेगी

थोक बाजार में कीमतों में गिरावट के मद्देनजर केंद्र ने सोमवार को सहकारी समितियों-एनसीसीएफ और नैफेड को मंगलवार से 50 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर टमाटर की बिक्री करने का निर्देश दिया है. जुलाई के महीने से एनसीसीएफ और नैफेड दोनों टमाटर की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमत में आई तेजी को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से रियायती दर पर टमाटर बेच रही हैं. मंत्रालय ने बयान में कहा, ताजा कटौती के बाद अब उपभोक्ताओं को 50 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर टमाटर मिलेगा. अबतक दोनों सहकारी समितियों द्वारा कुल 15 लाख किलोग्राम टमाटर की खरीद की जा चुकी है.

 

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