आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा खत्म हो राहुल गांधी

नई दिल्ली/कर्नाटक. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि देश में हर 10 साल पर होने वाली जनगणना जल्द कराई जाए. साथ ही व्यापक रूप से जाति आधारित जनगणना को इसका अभिन्न हिस्सा बनाते हुए आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा भी खत्म की जाए.
राहुल गांधी ने कर्नाटक के बीदर में चुनावी सभा में आरक्षण की 50 सीमा हटाने को लेकर अपना रुख सोमवार को फिर दोहराया. उन्होंने कहा, वर्ष 2011 की जनगणना के जातिगत आंकड़ों को सार्वजनिक किया जाए, ताकि अन्य पिछड़ा वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके. साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदायों को आबादी के अनुपात में आरक्षण दिया जा सके. उन्होंने कहा, भाजपा लोकलुभावन वादे कर चुनाव लड़ती है, मगर सत्ता में आने पर उन्हें पूरा नहीं करती. राहुल ने कहा, महत्वपूर्ण संस्थानों पर विशेष विचारधारा थोपने का प्रयास किया जा रहा है.
ओबीसी के मुद्दे पर राहुल गांधी का पलटवार
मोदी सरनेम पर टिप्पणी के मामले में राहुल गांधी को हुई सजा के बाद बीजेपी इसे ओबीसी का अपमान बता कांग्रेस को घेर रही थी. अब कर्नाटक के कोलार में पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने कह दिया है कि यदि पीएम मोदी जाति जनगणना के आंकड़े नहीं बताते तो यह ओबीसी का अपमान होगा. राहुल गांधी ने एससी, एसटी को आबादी के अनुपात में आरक्षण देने और आरक्षण पर 50% की अधिकतम सीमा को खत्म करने की मांग भी कर डाली.
कर्नाटक चुनाव में आरक्षण फैक्टर
कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने एससी, एसटी आरक्षण बढ़ाने का दांव चला है. इसकी काट में कांग्रेस आबादी के मुताबिक, आरक्षण की बात कर रही है. दलित, आदिवासी पिछड़ों को साथ में करने के लिए ही राहुल गांधी ने मंच से जाति जनगणना की मांग की.
खड़गे का प्रधानमंत्री को पत्र कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातिगत जनगणना कराने आग्रह किया है. उन्होंने यह पत्र 16 अप्रैल को लिखा है.