
न्यूज़ डेस्क : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज़ हो गई है। बीजेपी ने 85 सीटों पर नाम प्रकाशित कर दिए है। जिसके बाद बीजेपी में बगावत और विरोध सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में भाजपा नेता व पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने के मूड में नजर आ रहे। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की मेरे साथ जातिगत मापदंड का खेल खेल खेला गया है। आगे उन्होंने कहा की पार्टी के निर्णय के बाद जिले में भाजपा का एक बड़ा चेहरा और टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे डॉ. विमल चोपड़ा बगावत के मूड में दिख रहे हैं. ऐसे में महासमुंद सीट पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है।बैठक के दौरान डॉ. विमल चोपड़ा ने कहा कि बसना में डॉक्टर संपत अग्रवाल को टिकट देने के बाद जातिगत समीकरण में उनकी टिकट काट दी गई।
बैठक में डाॅ. विमल चोपड़ा को टिकट नहीं देने पर समर्थक और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली। इस बैठक से जाहिर हो रहा है कि विमल चोपड़ा निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं, क्योंकि इस दौरान उन्होंने कहा कि उनसे बड़े नेता संपर्क में हैं। नाम बदलने के भी कयास उन्होंने बताए. चोपड़ा ने यह भी कहा कि जिस पार्टी में पराक्रम नहीं, परिक्रमा का सम्मान होता है, वहां से टिकट नहीं चाहिए।