
अयोध्या. श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में विराजित होने वाले रामलला का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पूरे विश्व के आकर्षण का केंद्र बनेगा. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से गठित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव प्रबंधन योजना के एक वरिष्ठ सदस्य का अनुमान है कि दुनिया भर से करीब पांच करोड़ लोग आ सकते हैं. तीर्थ क्षेत्र की ओर देश भर के धर्माचार्यों के अलावा विश्व के 160 देशों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रण भेजा जाएगा.
इस योजना प्रबंधन में दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष व पूर्व विधायक विजय जॉली को भी शामिल किया गया है. जॉली के संयोजन में बीते 23 अप्रैल 2023 को 155 देशों के प्रतिनिधि श्रीरामजन्म भूमि में जलाभिषेक के लिए आ चुके हैं. आयोजन की व्यवस्था तीर्थ क्षेत्र के लिए बड़ी चुनौती है. इसी चुनौती से निपटने के लिए संघ व विहिप के बड़े-बड़े आयोजनों की व्यवस्था का अनुभव रखने वाले देश भर के कार्यकर्ताओं को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है. इन सभी को राज्यवार एवं तिथिवार आमंत्रित किया जाएगा.
एलईडी स्क्रीन से समारोह का प्रसारण
तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति से हाई सिक्योरिटी का मामला रहेगा. इस कारण मुख्य उत्सव में आम श्रद्धालुओं का पहुंचना संभव नहीं होगा. इसके कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर मंदिर और चाराहों पर एलईडी स्क्रीन से कार्यक्रम का सजीव प्रसारण होगा.
एक लाख मंदिरों में एक माह राम धुन अनुष्ठान
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए देश-विदेश के एक लाख से अधिक मंदिरों में 15 दिन पहले से राम धुन कराने की योजना भी तीर्थ क्षेत्र की ओर से बनाई गई है. इसके लिए देश भर में संघ परिवार एवं विहिप के आनुषांगिक संगठनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है.