
मोदी कैबिनेट ने शुक्रवार (23 दिसंबर) को एक बड़ा फैसला लेते हुए वन रैंक वन पेंशन (One Rank One Pention) योजना को रिवाइज कर दिया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वन रैंक वन पेंशन का रिवीजन किया गया है और पहले इस योजना में 20.60 लाख पेंशनरों को लाभ मिलता था, लेकिन अब रिवीजन के बाद 25 लाख लोगों को फायदा होगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार पर 8500 करोड़ का भार आएगा.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रक्षा बलों के कर्मियों एवं परिवार पेंशनधारकों के लिये ‘वन रैंक, वन पेंशन’ (ओआरओपी) के प्रावधानों में संशोधन के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी . सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी.
मंत्री ने बताया कि इसके तहत जुलाई 2019 से जून 2022 तक की अवधि का एरियर या बकाया भी दिया जायेगा जिसके मद में 23,638.07 करोड़ रूपये की राशि बनती है. उन्होंने कहा इसका लाभ सभी रक्षा बलों से सेवानिवृत होने वाले और परिवार पेंशनधारकों को मिलेगा.
संशोधित वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) कार्यक्रम के तहत लगभग 25 लाख सैन्य पेंशनभोगियों को लाभ होगा. बकाया राशि का भुगतान चार छमाही किश्तों में किया जाएगा. हालांकि, विशेष पारिवारिक पेंशन पाने वाले और वीरता पुरस्कार विजेताओं सहित सभी पारिवारिक पेंशनरों को एक किस्त में एरियर का भुगतान किया जाएगा.
बता दें कि सरकार ने एक जुलाई 2014 से पेंशन संशोधन के लिए नवंबर 2015 में ओआरओपी लागू करने का ऐतिहासिक फैसला लिया था. सरकार ने कहा था कि वह हर पांच साल में पेंशन पर फिर से काम करेगी. आठ वर्षों में अब तक लगभग 57,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष 7,123 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.