
ICC की प्रभावशाली मुख्य कार्यकारी समिति (CEC) में गुरुमूर्ति पलानी, अनुराग भटनागर और गुरदीप क्लेयर का चयन
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की सबसे प्रभावशाली समिति (CEC) के लिए फ्रांस के गुरुमूर्ति पलानी, हांगकांग के अनुराग भटनागर और कनाडा के गुरदीप क्लेयर को चुना गया है।इन तीनों ने बोत्सवाना के सुमोद दमोदर और सिएरा लियोन के शंकर रंगनाथन को हराया। चुनाव परिणामों की पुष्टि संबंधित क्रिकेट बोर्ड्स ने अपने social media handles पर की है।
इस चुनाव में 40 सहयोगी सदस्य और पांच क्षेत्रीय प्रतिनिधि शामिल थे
दामोदर और रंगनाथन के अलावा, टिम कटलर (वानुअतु), स्टेला सियाले (समोआ) और सारा गोमर्सल (जर्सी) भी CEC elections में भाग लेने वाले उम्मीदवारों में शामिल थे।
इस चुनाव में 40 Associate Members और 5 Regional Representatives ने हिस्सा लिया, जो America, Asia, Africa, Europe और East Asia-Pacific region का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
CEC,ICC के सबसे शक्तिशाली बोर्ड में से एक
CEC, ICC के सबसे शक्तिशाली बोर्डों में से एक है, जिसमें सभी पूर्ण सदस्य देशों के बोर्ड प्रतिनिधि और निर्वाचित एसोसिएट प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
CEC अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट के प्रचार-प्रसार, नीतियों के निर्माण, प्रशासन और दिशा-निर्देशों को आकार देने में एक प्रभावशाली निर्णय लेने वाली भूमिका निभाता है।
बोर्ड और उसके बाहर के सदस्य देशों के बीच महत्वपूर्ण link का करते हैं काम
एसोसिएट सदस्यों की सीटें बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह आईसीसी के शीर्ष बोर्ड और उसके बाहर के सदस्य देशों के बीच एक महत्वपूर्ण link का काम करते हैं। ICC नियमों के अनुसार, CEC चुनावों के लिए उम्मीदवारों को किसी Associate सदस्य या वर्तमान/पूर्व ICC निदेशक का प्रतिनिधि होना आवश्यक था।
पलानी, भटनागर और क्लेयर का कार्यकाल दो साल का होगा
पलानी, भटनागर और क्लेयर का कार्यकाल दो साल का होगा।
ये तीनों सहयोगी सदस्य समिति (एसोसिएट सदस्य समिति) का भी हिस्सा होंगे, जो सहयोगी स्तर पर क्रिकेट के संचालन और नियमन के लिए कार्य करती है।
सिंगापुर में आईसीसी की वार्षिक आम बैठक 20 जुलाई तक चलेगी
तीन प्रतिष्ठित एसोसिएट सदस्य सीटों के लिए हुए चुनावों के साथ गुरुवार को सिंगापुर में आईसीसी की वार्षिक आम बैठक (AGM) की शुरुआत हुई, जो 20 जुलाई तक चलेगी।
यह AGM चेयरमैन जय शाह और हाल ही में नियुक्त किए गए सीईओ संजोग गुप्ता के कार्यकाल में आयोजित होने वाली पहली बड़ी आईसीसी बैठक भी है।