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छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहली जीरो वेस्ट शादी, सिंगल यूज प्लास्टिक का नहीं हुआ इस्तेमाल

पूरे भारत में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार भी प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिए सभी नगर निगम, नगर पंचायत और नगर पालिकाओं में अभियान चला रही है. इसी बीच जगदलपुर (Jagdalpur) का एक परिवार ‘जीरो प्लास्टिक वेस्ट’ (Zero Plastic west) के शादी करने को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है.

सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने को लेकर गंभीर है. लेकिन बिना आम लोगों के सहयोग से पूरा कर पाना मुमकिन नहीं नामुमकिन है. छत्तीसगढ़ में पहली ऐसी शादी बस्तर में आयोजित की गई है. जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया. यह शादी 11 दिसंबर को आयोजित की गई. जीरो वेस्ट वेडिंग जगदलपुर (Zero Waste Wedding in Jagdalpur)के गोयल बाड़ी वृंदावन लॉन में आयोजित की गई swacch bharat mission. यह आयोजन पूरी तरह से जीरो वेस्ट थीम पर आधारित था. अक्षय पराशर (Akshay Parashar) की यह शादी शहर में जीरोवेस्ट की वजह से खासी चर्चित रही.इस शादी में नगर निगम जगदलपुर ने भी परिवार का भरपूर साथ दिया.

इस परिवार की पूरे छत्तीसगढ़ में जमकर तारीफ हो रही है. दरअसल जगदलपुर शहर के पाराशर परिवार ने अपने घर हुए शादी समारोह में जीरो वेस्ट थीम पर रिसेप्शन का आयोजन कराया जिस वजह से यह शादी काफी चर्चित रही. छत्तीसगढ़ में हुई यह पहली शादी है जिसमें प्लास्टिक का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं हुआ. पूरी शादी के आयोजन में सजावट से लेकर खाने पीने के सामान सभी जीरोवेस्ट थीम पर किया गया.

छत्तीसगढ़ की पहली जीरोवेस्ट यह वेडिंग बस्तर में आयोजित की गई. बैनर से लेकर खाने के सामान तक कहीं भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया और इस बात का भी ध्यान रखा गया की समारोह में शामिल होने वाले लोग इस नियम का पालन करें. लंबे समय से जगदलपुर शहर के स्वच्छता अभियान से जुड़े स्वास्थ्य कर्मचारी डी.के. पाराशर ने कहा कि वे खुद स्वच्छता को अहम मानते हैं और इसी बात ने उन्हें इस बात की प्रेरणा मिली है कि अपने बेटे की शादी भी वे जीरो वेस्ट वेडिंग के तौर पर करें. उनके बेटे डॉ. अक्षय पराशर शहर के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ हैं.

इस शादी समारोह के आयोजन में नगर निगम जगदलपुर ने भी सहयोग किया और महापौर से लेकर आयुक्त ने भी इसकी सराहना की. इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर में देश की पहली जीरो वेस्ट वेडिंग का आयोजन हुआ था जिसमें सजावट के सामान से लेकर भोजन और खाने के बाद बचे हुए सामान के भी प्रबंधन के इंतजाम किए गए थे. इसी थीम पर जगदलपुर में भी यह शादी समारोह आयोजित की गई. गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन में जीरो वेस्ट वेडिंग को 40 नंबर दिए जाते हैं, लिहाजा निगम ने भी इस आयोजन को शहर के लिए महत्वपूर्ण माना है.

छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहली जीरो वेस्ट शादी, सिंगल यूज प्लास्टिक का नहीं हुआ इस्तेमाल

पूरे भारत में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार भी प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिए सभी नगर निगम, नगर पंचायत और नगर पालिकाओं में अभियान चला रही है. इसी बीच जगदलपुर का एक परिवार ‘जीरो प्लास्टिक वेस्ट’ के शादी करने को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है.

सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने को लेकर गंभीर है. लेकिन बिना आम लोगों के सहयोग से पूरा कर पाना मुमकिन नहीं नामुमकिन है. छत्तीसगढ़ में पहली ऐसी शादी बस्तर में आयोजित की गई है. जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया. यह शादी 11 दिसंबर को आयोजित की गई. जीरो वेस्ट वेडिंग जगदलपुर (Zero Waste Wedding in Jagdalpur)के गोयल बाड़ी वृंदावन लॉन में आयोजित की गई swacch bharat mission. यह आयोजन पूरी तरह से जीरो वेस्ट थीम पर आधारित था. अक्षय पराशर की यह शादी शहर में जीरोवेस्ट की वजह से खासी चर्चित रही.इस शादी में नगर निगम जगदलपुर ने भी परिवार का भरपूर साथ दिया.

इस परिवार की पूरे छत्तीसगढ़ में जमकर तारीफ हो रही है. दरअसल जगदलपुर शहर के पाराशर परिवार ने अपने घर हुए शादी समारोह में जीरो वेस्ट थीम पर रिसेप्शन का आयोजन कराया जिस वजह से यह शादी काफी चर्चित रही. छत्तीसगढ़ में हुई यह पहली शादी है जिसमें प्लास्टिक का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं हुआ. पूरी शादी के आयोजन में सजावट से लेकर खाने पीने के सामान सभी जीरोवेस्ट थीम पर किया गया.

छत्तीसगढ़ की पहली जीरोवेस्ट यह वेडिंग बस्तर में आयोजित की गई. बैनर से लेकर खाने के सामान तक कहीं भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया और इस बात का भी ध्यान रखा गया की समारोह में शामिल होने वाले लोग इस नियम का पालन करें. लंबे समय से जगदलपुर शहर के स्वच्छता अभियान से जुड़े स्वास्थ्य कर्मचारी डी.के. पाराशर ने कहा कि वे खुद स्वच्छता को अहम मानते हैं और इसी बात ने उन्हें इस बात की प्रेरणा मिली है कि अपने बेटे की शादी भी वे जीरो वेस्ट वेडिंग के तौर पर करें. उनके बेटे डॉ. अक्षय पराशर शहर के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ हैं.

इस शादी समारोह के आयोजन में नगर निगम जगदलपुर ने भी सहयोग किया और महापौर से लेकर आयुक्त ने भी इसकी सराहना की. इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर में देश की पहली जीरो वेस्ट वेडिंग का आयोजन हुआ था जिसमें सजावट के सामान से लेकर भोजन और खाने के बाद बचे हुए सामान के भी प्रबंधन के इंतजाम किए गए थे. इसी थीम पर जगदलपुर में भी यह शादी समारोह आयोजित की गई. गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन में जीरो वेस्ट वेडिंग को 40 नंबर दिए जाते हैं, लिहाजा निगम ने भी इस आयोजन को शहर के लिए महत्वपूर्ण माना है.

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