
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के अनुरोध के 48 घंटों के अंदर कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने वाले कम से कम छह यूट्यूब चैनल ब्लॉक किए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि विदेशों से संचालित किये जा रहे छह से आठ यूट्यूब चैनल पिछले 10 दिनों में ‘ब्लॉक’ किए गए हैं. उन्होंने बताया कि पंजाबी भाषा में सामग्री परोसने वाले ये चैनल सीमावर्ती राज्य में संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे थे. हाल ही में खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल सिंह के समर्थकों द्वारा पंजाब के अजनाला में एक पुलिस थाने पर हमला करने के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है. सिंह के समर्थक हथियारों से लैस थे और वे अपने एक साथी की रिहाई की मांग कर रहे थे. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि चैनल को ब्लॉक करने के संबंध में सरकार के अनुरोध पर यूट्यूब 48 घंटों के अंदर कार्रवाई कर रहा है.
उन्होंने बताया कि सरकार ने यूट्यूब से आपत्तिजनक सामग्री की स्वत पहचान करने और इसे ब्लॉक करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और गणितीय पद्धति का उपयोग करने का आग्रह किया है. हालांकि, भारतीय संदर्भ में यूट्यूब समस्याओं का सामना कर रहा है, क्योंकि सामग्री क्षेत्रीय भाषाओं में अपलोड की जा रही है और सामग्री की जांच करने के लिए लगाई गई प्रणाली अंग्रेजी भाषा पर आधारित है.
पंजाब सरकार ने दी चेतावनी- कायदे में रहो
चंडीगढ़. पंजाब में एक खालिस्तान समर्थक उपदेशक के समर्थकों द्वारा अजनाला पुलिस स्टेशन की घेराबंदी करने के कुछ दिनों बाद राज्य सरकार ने शुक्रवार को ‘पंजाब के दुश्मनों’ को कायदे में रहने या बर्बादी के लिए तैयार हो जाने की चेतावनी दी. यह चेतावनी वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने राज्य विधानसभा में बजट भाषण के दौरान दी.