
मुंबई | एयर इंडिया के विमान में पेशाब की घटना पर टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने रविवार को स्वीकारा कि मामले में कार्रवाई करने में देरी की गई. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि घटना पर एयर इंडिया की प्रतिक्रिया और तेज होनी चाहिए थी.
चंद्रशेखरन ने कहा, हम इस घटना को संभालने में विफल रहे. हमें मामले को बेहतर तरीके से संभालना चाहिए था. यह घटना मेरे और एयर इंडिया के सहयोगियों के लिए व्यक्तिगत रूप से दुख का विषय है. उन्होंने कहा, टाटा समूह और एयर इंडिया अपने यात्रियों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह तत्पर हैं. हम इस तरह की अनियंत्रित प्रकृति की किसी भी घटना को रोकने या उससे निपटने के लिए समीक्षा करेंगे और जरूरी व्यवस्था करेंगे.
बता दें कि पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान में एक यात्री ने एक बुजुर्ग महिला सहयात्री पर नशे में पेशाब कर दी थी. इसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस बारे में टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन से जवाब मांगा है.
डीजीसीए ने कहा था कि इस घटना से निपटने में एयर इंडिया का आचरण ‘पेशेवराना’ नहीं था. डीजीसीए ने एयरलाइन, उसकी उड़ान सेवाओं के निदेशक और उड़ान संचालित करने वाले चालक दल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. वहीं, आरोपी शंकर मिश्रा को दिल्ली पुलिस बेंगलुरु से गिरफ्तार कर चुकी है.