
कानपुर. नशे में कानपुर सेंट्रल स्टेशन उड़ाने की धमकी देकर दो साल से गायब इनामी वाजिंदर सिंह आखिरकार दिल्ली में दबोच लिया गया।
इस दौरान वह देश के 20 से ज्यादा शहरों में भागता रहा। पुलिस उसके पीछे लगी रही। उसने कई फोन बदले, हुलिया बदला और आदतें तक बदल डालीं लेकिन वह बच नहीं सका। उसे जेल भेज दिया गया है। उसकी साथी रश्मि सिंह के बारे में कुछ पता नहीं चला है।
कानपुर सेंट्रल को उड़ाने की धमकी वाली कॉल कांस्टेबल मुकेश कुमार ने सुनी थी। एडीजी जोन कार्यालय में तैनात रहे महेश को 24 अक्तूबर 2020 को कंट्रोल रूप के फोन पर कॉल मिली। इसमें कहा गया कि मैं दिनेश सिंह बोल रहा हूं। अपनी दोस्त रश्मि सिंह के साथ मिलकर कानपुर सेन्ट्रल को उड़ा दूंगा। इस कॉल से हड़कंप मचा और खोजबीन शुरू हो गई। जब तक सर्विलांस सेल एक्टिव होता, फोन बंद हो गया।
मोबाइल की अंतिम लोकेशन रेलवे स्टेशन रोड संसार होटल के पास मिली। रेलबाजार थाने में धारा 505 (1) (बी) और 507 की एफआईआर दर्ज की गई। विवेचना एसआई जितेन्द्र कुमार ने शुरू की। जांच में वह सिम वांजिदर सिंह (38) पुत्र स्व. सुरेन्द्र पाल निवासी गुरुद्वारा रकाबगंज के पास, वेस्ट दिल्ली के नाम पर जारी मिला। उस पते पर तस्दीक की गई तो वह सही निकला लेकिन वाजिन्दर हाथ नहीं आया।