
इस्लामाबाद . पाकिस्तान में सोमवार को राष्ट्रीय ग्रिड के अचानक फेल हो जाने से आधे से ज्यादा देश अंधेरे में डूब गया. इस्लामाबाद से कराची तक हाहाकार मचा रहा. खबर लिखे जाने तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई थी.
पाकिस्तानी ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, सुबह 734 बजे नेशनल ग्रिड का फ्रीक्वेंसी सिस्टम डाउन हो गया, जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई. ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि देश के दक्षिणी हिस्से में फ्रीक्वेंसी में अंतर के कारण देश भर में बिजली की सप्लाई बंद हो गई. उन्होंने दावा किया कि अगले 12 घंटों में आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी. देर शाम वारसाक से ग्रिड स्टेशनों की बहाली शुरू कर दी गई थी. इस्लामाबाद सप्लाई कंपनी और पेशावर सप्लाई कंपनी के ग्रिड की सीमित संख्या को बहाल कर दिया गया है. पाकिस्तान में पिछले चार महीनों में यह दूसरा बार है, जब ये देश अंधेरा में डूब गया है.
ऐसे हुई गड़बड़ी खान ने बताया कि सर्दियों के मौसम में मांग कम होने के कारण बिजली उत्पादन इकाईयों को ईंधन लागत कम करने के लिए बंद कर दिया जाता है.
कर्मचरियों ने रविवार देर रात भी उत्पादन इकाईयों को बंद कर दिया था. सोमवार सुबह जब इन्हें चालू किया गया तो देश के दक्षिणी हिस्से में जमशोरो और दादू के बीच फ्रीक्वेंसी में अंतर की जानकारी मिली. वोल्टेज में उतार-चढ़ाव और उसके बढ़ते असर के कारण बिजली उत्पादन इकाइयां एक-एक करके बंद हो गईं.
इस्लामाबाद बिजली सप्लाई कंपनी के 117 ग्रिड स्टेशनों की बिजली सप्लाई भी बाधित हुई है जिससे पूरा शहर और रावलपिंडी अंधेरे में डूब गए हैं. उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ा संकट नहीं है. बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिश चल रही है.
पाक में पहले से मचा है हाहाकार
आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में जहां आटे की किल्लत हो गई है, वहीं रोजमर्रा के खाने-पीने के सामान, दाल, चावल चीनी, सब्जी, मांस आदि भी आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुके हैं. ऐसा नहीं है कि पाक में बिजली संकट एकदम से उत्पन्न हुआ है. पैसे की कमी के कारण पाक में विद्युत उत्पादन क्षेत्र दयनीय स्थिति में पहुंच चुका है. पुराने बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के लिए धन की कमी के कारण अक्सर बिजली की कटौती होती है. टीटीपी आतंकी संगठन के हमलों से भी पाकिस्तान के कई प्रांत संकट में हैं.