
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते कई दिनों से कांग्रेस राष्ट्रीय महाधिवेशन की तैयारी की जा रही थी. बड़े-बड़े पोस्टर बैनर राज्य भर में लगा दिए गए थे. आज से इस महाधिवेशन की शुरूआत हो रही है. ये अधिवेशन आज यानी 24 फरवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलेगा. इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए कांग्रेस के कई दिग्गज (congress) नेता रायपुर पहुंचे है. इस अधिवेशन के सियासी मायनों की बात करें तो आने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (chhattisgarh assembly election 2023) और लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए कांग्रेस की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण है. इसके जरिए ही कांग्रेस आगामी चुनावों की रणनीति तैयार करेगी.

जानकारी के अनुसार इस महाधिवेशन में राहुल गाँधी 24 फरवरी को शामिल होंगे. दोपहर 2 बजे रायपुर पहुंचेंगे. इसके अलावा प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) 25 फरवरी को सुबह 9 बजे रायपुर लैंड करेंगी. रायपुर में पार्टी के भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए लगभग 15 हजार प्रतिनिधि पूर्ण सत्र में भाग लेंगे. नवा रायपुर में व्यवस्थाओं की समीक्षा की. पूर्ण सत्र में वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के आम चुनावों के रोडमैप पर चर्चा होगी.
महाधिवेशन में ये दिग्गज नेता होंगे शामिल
इस महाधिवेशन की बात करें तो इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, कमलनाथ, सचिन पायलट, प्रमोद तिवारी, सुप्रिया सिरनेत सहित देश भर के कांग्रेस पार्टी के लगभग 12 से 14 हजार नेता शामिल होंगे. ये अधिवेशन नवा रायपुर के लगभग 60 एकड़ में फैले मैदान में किया जाएगा.

मुश्किलों में रास्ता निकालने की कोशिश
ये अधिवेशन कांग्रेस के लिए इस लिए भी महत्वपूर्ण है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कही जाने वाली कांग्रेस इस समय मुश्किलों के दौर से गुजर रही है. देश के महज तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में अपने आप को फिर से लोगों के दिलों में बसाने का प्रयास कांग्रेस कर रही है. इस साल छत्तीसगढ़ सहित कुल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जबकि 2024 में लोकसभा चुनाव है इस वजह से भी ये अधिवेशन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अधिवेशन में आगामी रणनीतियों पर देश के दिग्गज नेताओं के साथ कांग्रेस चर्चा करेगी.
इस अधिवेशन कांग्रेस कार्यसमित के चुनाव को लेकर भी फैसला किया जाएगा. पार्टी के अंदर इस चुनाव को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पा रही है. ऐसे में पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में होने वाली संचालन समिति की बैठक में सीडब्ल्यूसी चुनाव पर भी निर्णय ले सकती है. अगर कांग्रेस पार्टी चुनाव कराने का फैसला लेती है तो 26 साल बाद ऐसा होगा, जब CWC का चुनाव होगा. इसके अलावा पार्टी ने तय किया है कि वह आदिवासियों पिछड़ों दलितों और अल्पसंख्यकों को भी इसमें हिस्सेदारी देगी.