
गांधीधाम (गुजरात). केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि दुनिया को प्राकृतिक खेती का रास्ता दिखाने के लिए भारत को एक नई हरित क्रांति की जरूरत है. शाह ने कहा कि यह हरित क्रांति जैविक उत्पादों के लिए बाजार खोजकर दुनियाभर से पैसा भारत लाएगी.
अमित शाह ने गुजरात के कच्छ जिले के कांडला में अग्रणी उर्वरक सहकारी प्रमुख इफको के नैनो डीएपी (तरल) संयंत्र की आधारशिला रखी. सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश को एक और हरित क्रांति की जरूरत है, भले ही यह एक अलग तरह की क्रांति हो, जहां उत्पादन ही एकमात्र लक्ष्य नहीं है. उन्होंने कहा कि अतीत में भारत को गेहूं और चावल आयात करने की जरूरत पड़ती थी.