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एक महीने के निचले स्तर पर फिसला बाजार, सेंसेक्स 635 अंक टूटा, निफ्टी 18200 के नीचे

दुनियाभर में कोरोना का फन फिर से उठ रहा है. चीन के हालात सबसे अधिक खराब बताए जा रहे हैं. इस खतरनाक बीमारी के डर से शेयर बाजार भी थोड़ा भयभीत हुआ है.

बुधवार को सेंसेक्स सेंसेक्स 635 अंकों की गिरावट के साथ 61067 पर और निफ्टी 186 अंकों की गिरावट के साथ 18199 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी में 741 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 42617 पर बंद हुआ। सबसे अधिक गिरावट मिडकैप शेयरों में दिखी और ये शेयर 1.58 फीसदी तक टूटे। हालांकि बाजार में फार्मा, हेल्थकेयर और आईटी इंडेक्स में मजबूती दिखी। फार्मा इंडेक्स में 2.39 फीसदी, हेल्थकेयर इंडेक्स में 2.67 फीसदी और आईटी इंडेक्स में 0.53 प्रतिशत की तेजी रही। बुधवार के कारोबारी सेशन में बाजार में सनफार्मा, एचसीएल, टीसीएस, टेक महिंद्रा और नेस्ले इंडिया टॉप गेनर्स रहे, जबकि इंडसइंड बैंक, मारुति सुजुकी और अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे ज्यादा गिरावट दिखी।

लेकिन 2020 में एक सेक्टर ऐसा था, जिसने कोरोना में जबरदस्त रिटर्न दिया और वह था फार्मा सेक्टर. कोविड-19 की ताजा स्थिति के बाद फिर से बाजार गिर रहा है, जबकि फार्मा और कैमिकल सेक्टर के शेयर्स में तेजी देखने को मिली है.

बुधवार, 21 दिसंबर 2022, को हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर के कई शेयर तेजी लिए हुए बंद हुए. इनमें अपोलो हॉस्पिटल, IOL कैमिकल्स एंड फार्मा, सुप्रिया लाइफसाइंसे, पेनेका बायोटेक, विमता लैब्स, ग्लेनमार्क फार्मा, क्रस्ना डायग्नोस्टिक्स (KRSNAA), ग्रैनुअल्स इंडिया जैसे स्टॉक शामिल हैं. निफ्टी का फार्मा सेक्टर ही आज अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ है. इसमें 2.39 फीसदी की तेजी रही. इसके अलावा आईटी सेक्टर भी 0.53 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ. इनके अलावा पूरा बाजार लाल रंग से रंगा दिखाई दिया.

बाजार में डर की स्थिति बयां करने के लिए इंडिया विक्स सबसे उपयुक्त पैरामीटर होता है. आज यह 12 फीसदी से अधिक उछला है, मतलब बाजार में कोविड-19 को लेकर डर का माहौल बन गया है.

निफ्टी के टॉप गेनर्स की बात करें तो पहले 4 स्टॉक फार्मा सेक्टर के ही थी. इनमें डिवीज़ लैब (Divis Labs) 4.99 प्रतिशत, अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) 3.69 फीसदी, सिप्ला (Cipla) 3.38 फीसदी, सन फार्मा (Sun Pharma) 1.75 बढ़कर बंद हुए हैं.

चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य और ब्राजील में कोविड-19 के मामलों में अचानक उछाल की रिपोर्ट के परिणामस्वरूप, भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 21 दिसंबर मतलब आज एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा होगी.

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ पूनावाला ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘चीन से बढ़ते COVID मामलों की खबर चिंताजनक है, लेकिन हमें अपने अच्छे टीकाकरण कवरेज और ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए घबराने की जरूरत नहीं है. हमें भारत सरकार और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों पर भरोसा करना चाहिए और उनका पालन करना जारी रखना चाहिए.’

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘निकट अवधि का बाजार इक्विटी के लिए अनुकूल नहीं है. अमेरिका, कोरिया, ब्राजील और चीन में बढ़ते कोविड मामले चिंता का विषय हैं. चीन में स्थिति गंभीर है. इससे बाजार के सेंटिमेंट पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा, बाजार को ऊपर ले जाने के लिए कोई निकट अवधि के ट्रिगर नहीं हैं.’

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